👑 My Princess – मेरी राजकुमारी 👑
राहुल हमेशा से एक साधारण-सा लड़का था। न ज़्यादा अमीर, न बहुत खूबसूरत, लेकिन दिल से बेहद सच्चा। उसके सपनों में हमेशा एक ही लड़की आती थी – उसकी प्रिंसेस। वो लड़की कौन है, कैसी है, कहाँ मिलेगी – ये उसे खुद भी नहीं पता था, लेकिन वो दिल से मानता था कि एक दिन उसकी जिंदगी में वो लड़की ज़रूर आएगी।
कॉलेज के पहले दिन ही राहुल ने उसे देखा – आव्या। लंबे, काले बाल, बड़ी-बड़ी आँखें और चेहरे पर मासूम मुस्कान। मानो जैसे किसी फ़िल्म की हीरोइन हो। राहुल की धड़कनें पहली बार तेज़ हुईं। उसे लगा, "यही है... मेरी प्रिंसेस।"
शुरुआत में राहुल ने बस दूर से ही उसे देखा, कभी-कभी उसकी क्लास में बैठा, उसकी हंसी सुनी। आव्या बहुत ही खुली सोच वाली, हंसमुख और सबकी चहेती लड़की थी। राहुल को उससे दोस्ती करने की हिम्मत नहीं हो पाई, लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था।
एक दिन कैंटीन में आव्या का बैग गिरा और किताबें बिखर गईं। राहुल पास ही बैठा था। उसने तुरंत किताबें उठाकर उसे दीं। आव्या मुस्कुराई –
"Thank you… वैसे तुमने अभी तक अपना नाम तो बताया नहीं?"
राहुल पहली बार हकलाते हुए बोला –
"म… मेरा नाम राहुल है।"
उस दिन से दोनों की दोस्ती की शुरुआत हुई।
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दोस्ती से मोहब्बत तक
दोस्ती धीरे-धीरे गहरी होती गई। दोनों साथ में पढ़ाई करते, लाइब्रेरी जाते और कभी-कभी कैफ़े में घंटों बातें करते। राहुल की दुनिया अब सिर्फ आव्या के इर्द-गिर्द घूमने लगी थी।
राहुल अपने दिल की बात कहने से डरता था, लेकिन उसकी आँखें सब कुछ बयां कर देती थीं। आव्या भी राहुल की ईमानदारी और मासूमियत को महसूस करने लगी थी।
एक शाम कॉलेज की छत पर दोनों बैठे थे। सूरज ढल रहा था, ठंडी हवा चल रही थी। राहुल हिम्मत जुटाकर बोला –
"आव्या, मुझे तुम्हें कुछ कहना है… तुम मेरे लिए सिर्फ एक दोस्त नहीं हो। तुम मेरी ज़िंदगी की सबसे खास इंसान हो। तुम ही मेरी प्रिंसेस हो।"
आव्या ने थोड़ी देर चुप रहकर कहा –
"राहुल… तुम्हें पता है, मैं हमेशा सोचती थी कि सच्चा प्यार सिर्फ फिल्मों में होता है। लेकिन तुम्हारे साथ रहते-रहते मुझे लगा कि सच्चा प्यार असल जिंदगी में भी हो सकता है।"
राहुल की आँखें खुशी से चमक उठीं। उस दिन से दोनों सिर्फ दोस्त नहीं, बल्कि एक-दूसरे की मोहब्बत बन गए।
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मुश्किलें और फासले
प्यार की राह आसान कहाँ होती है। कुछ महीनों बाद आव्या के घर वालों को इस रिश्ते का पता चला। वे लोग बहुत अमीर थे और चाहते थे कि उनकी बेटी किसी बड़े बिज़नेस फैमिली में शादी करे। उन्हें राहुल पसंद नहीं था।
आव्या ने अपने घर वालों को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। एक दिन आव्या ने रोते हुए राहुल से कहा –
"राहुल… मुझे डर है कहीं मैं तुम्हें खो ना दूँ।"
राहुल ने उसका हाथ पकड़कर कहा –
"आव्या, तुम मेरी प्रिंसेस हो। मैं तुम्हें कभी खोने नहीं दूँगा। चाहे दुनिया हमारे खिलाफ हो, मैं तुम्हारा हमेशा साथ दूँगा।"
दोनों ने वादा किया कि हालात चाहे जैसे भी हों, उनका प्यार कभी कम नहीं होगा।
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सपनों की उड़ान
राहुल ने ठान लिया कि वो खुद को साबित करेगा। उसने अपनी पढ़ाई में जी-जान लगा दी। साथ ही छोटे-छोटे बिज़नेस शुरू किए। धीरे-धीरे उसकी मेहनत रंग लाई और वो एक सफल उद्यमी बन गया।
सालों बाद जब उसने आव्या के पापा से दोबारा मुलाकात की, तो उन्होंने कहा –
"राहुल, तुमने साबित कर दिया कि तुम सिर्फ सपने देखने वाले नहीं, बल्कि उन्हें पूरा करने वाले हो। अगर आव्या तुम्हें चुनती है, तो हमें कोई ऐतराज़ नहीं।"
आव्या की आँखों में खुशी के आँसू थे। उसने राहुल को गले लगाते हुए कहा –
"देखा, मैंने कहा था न, तुम मेरी ज़िंदगी के प्रिंस हो और मैं हमेशा तुम्हारी प्रिंसेस रहूँगी।"
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हमेशा के लिए साथ
कुछ महीनों बाद दोनों की शादी हो गई। कॉलेज के दिनों का प्यार अब जीवनभर का रिश्ता बन चुका था। शादी के मंडप में राहुल ने आव्या से कानों में फुसफुसाकर कहा –
"अब कभी मत कहना कि मैं तुम्हें खो दूँगा… क्योंकि अब तुम सिर्फ मेरी प्रिंसेस नहीं, मेरी रानी हो।"
आव्या मुस्कुराई और बोली –
"और तुम हमेशा मेरे किंग रहोगे।"
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✨ कहानी का संदेश ✨
सच्चा प्यार वही है जिसमें दो लोग सिर्फ एक-दूसरे से मोहब्बत ही नहीं करते, बल्कि हर मुश्किल में साथ खड़े रहते हैं। प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं, बल्कि एक-दूसरे को समझने और सपनों को पूरा करने का नाम है।
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