Pyaar Ki Manzil - A true love marriage story in Hindi Love Stories by Abhay Marbate books and stories PDF | प्यार की मंज़िल - एक सच्ची लव मैरिज स्टोरी

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प्यार की मंज़िल - एक सच्ची लव मैरिज स्टोरी

❤️  प्यार की मंज़िल – एक सच्ची लव मैरिज स्टोरी ❤️

दिल्ली की भीड़-भाड़ वाली गलियों में कॉलेज का पहला दिन था 🏫। भीड़ में उसे देखकर मैं ठिठक गया – उसने नीली सलवार-सूट पहनी थी, चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान 😊 और आँखों में दुनिया जीत लेने का सपना ✨। नाम था – साक्षी। मैं, आरव, इंजीनियरिंग का पहला साल पढ़ रहा था। वो मेरे डिपार्टमेंट में नहीं थी, लेकिन कैंटीन में हमारी नज़रें अक्सर मिल जाती थीं 👀।

धीरे-धीरे हमारी हाय-हैलो दोस्ती में बदल गई 🤝। ग्रुप प्रोजेक्ट के बहाने बातें बढ़ीं, फिर चैटिंग 📱 शुरू हुई। साक्षी पढ़ाई में बहुत तेज थी और हमेशा बड़े-बड़े सपनों की बातें किया करती – उसे अपने पैरों पर खड़ा होना था, अपनी पहचान बनानी थी 💪। उसकी यही बातें मुझे उसकी तरफ और खींचने लगीं ❤️।

कॉलेज का पहला साल खत्म होते-होते हम अच्छे दोस्त बन चुके थे। एक दिन कैंटीन में उसने अपने परिवार के बारे में बताया – उसके पापा बहुत सख्त थे और हमेशा उसकी शादी की बातें करते रहते थे 👨‍👧। उसकी आँखों में डर और चाहत दोनों साफ़ दिख रहे थे 😔। मैंने उसके हाथ पर हाथ रखकर बस इतना कहा, "मैं तुम्हारे सपनों में तुम्हारा साथ दूंगा।"

धीरे-धीरे हमारी दोस्ती प्यार में बदलने लगी 🥰। हम दोनों ने पढ़ाई पूरी की और अच्छी जॉब्स पा लीं 💼। अब हमारे दिलों में शादी का ख्वाब था, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती थी – हमारे परिवारों का मानना। मैंने अपनी मम्मी-पापा को हमारे रिश्ते के बारे में बताया, उन्होंने पहले तो मना किया लेकिन मैंने उन्हें साक्षी से मिलवाया 👩‍❤️‍👨। उसकी सादगी और इमानदारी देखकर वो भी मान गए 😊।

अब बारी थी साक्षी के पापा की। वो बेहद गुस्सैल और पुराने ख्यालों के थे 😡। साक्षी ने उन्हें समझाने की कई कोशिशें कीं लेकिन वो नहीं माने। एक दिन मैंने खुद उनके घर जाकर बात करने का फैसला किया। दरवाजा उन्होंने ही खोला – मेरा दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था ❤️‍🔥। मैंने हिम्मत जुटाई और कहा, "सर, मैं साक्षी से सच्चा प्यार करता हूँ और उसे खुश रखूंगा। हम दोनों के सपनों को पूरा करना चाहते हैं।"

पहले तो उन्होंने मुझे डांटा और घर से बाहर निकालने की धमकी दी 😠। लेकिन मैंने हार नहीं मानी। अगले कुछ हफ्तों में मैं साक्षी के परिवार के हर फंक्शन में गया, उनकी मदद की, और उन्हें ये यकीन दिलाया कि मैं साक्षी को कभी तकलीफ नहीं दूंगा। साक्षी भी अपने पापा से रोज़ बात करती और उन्हें समझाने की कोशिश करती ❤️।

धीरे-धीरे साक्षी के पापा का दिल पिघलने लगा। उन्होंने मुझसे दोबारा मिलने के लिए बुलाया और बोले, "अगर तुम सच में उसे खुश रख सको, तो मैं अपनी बेटी तुम्हें सौंपने को तैयार हूँ।" वो दिन हमारी ज़िंदगी का सबसे खूबसूरत दिन था 🥳।

फिर आई हमारी शादी का दिन 👰🤵। साक्षी लाल जोड़े में परी जैसी लग रही थी, और मैं उसे देखकर अपनी नज़रें नहीं हटा पा रहा था 😍। हमारे परिवारों ने मिलकर हमारी शादी को शानदार बनाया। फेरे लेते समय साक्षी की आँखों में आँसू थे – खुशी के आँसू 😊। हमारे परिवार के आशीर्वाद से हमने नई जिंदगी की शुरुआत की ❤️।

आज हमारी शादी को दो साल हो चुके हैं, हम दोनों अपनी-अपनी जॉब्स भी कर रहे हैं और एक-दूसरे का हर कदम पर साथ निभा रहे हैं 🤗। हम अक्सर अपने कॉलेज के कैंटीन में जाते हैं और उन पुरानी यादों को ताजा करते हैं ☕️। हमें यकीन है कि जब प्यार सच्चा हो, तो रास्ते में कितनी भी मुश्किलें आएं, मंज़िल ज़रूर मिलती है ✨।


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क्या आप इसे छोटा, लंबा या और भी इमोजी के साथ चाहेंगे? 😊