आसिमा जो अपनी तय हो चुकी शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं थी वजह थी उसकी जिंदगी में पहले से ही किसी और का होना। जब उसके परिवार को उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पता चला तो उन्होंने पहले उसे खूब मारा फिर उसकी शादी अपनी जान पहचान के किसी रिश्तेदार के लड़के के साथ तय कर दी। असिमा मजबूर थी कुछ नहीं कर पाई। रोते हुए वह फेरे ले चुकी थी। नए परिवार को अपना पाती इससे पहले ही उसका प्यार आदिल वापस लौट आया था। असल में उसे भी इतना मारा गया था कि वह अस्पताल में भर्ती था। ठीक होने के बाद जब वह लौटा तब तक आसिमा की शादी हो चुकी थी। वह आंसू बहाते हुए उससे चोरी छिपे मिला उसके ससुराल में। उसने आसिमा को अपने सीने से लगाते हुए पूछा कहां जा रही हो तुम हनीमून के लिए? आसिमा ने हैरानी से उसकी तरफ देखा।
आदिल एक शैतानी मुस्कुराहट के साथ मुस्कुराते हुए बोला यही तुम्हारी आजादी का रास्ता होगा और हमारे मिलन का। इसके बाद कोई हमें जुदा नहीं कर पाएगा। तुम जितना हो सके उतने पैसे और जेवरात लेकर आना। हम वहां से भाग जाएंगे। आसिमा उससे सहमत हो गई।
उसने अपने पति अयान से हनीमून पर चलने को कहा। वह खुशी से इसके लिए राजी हो गया। उसने बोला वह पहाड़ों पर जाना चाहती है। अयान ने देहरादून की दो टिकट बुक करवा ली। असिमा ने सारे पैसे और गहने छुपा कर अपने पर्स में रख लिए। वह पूरी तरह से तैयार थी। वह दिन भी आ गया जब उसे निकलना था। खुशी खुशी सबसे विदा लेते हुए वह निकल पड़ी थी बिना कुछ सोचे समझे। वहीं आदिल भी निकल गया था अपने इरादों के साथ "बदला" जिसकी आग में वह जल रहा था।
रात होने पर वह दोनों होटल रूम में आ गए थे। आसिमा ने थकान का बहाना लगाया और सो गई। नींद उसकी आंखों से कोसो दूर थी। वह अपने प्लान को अंजाम होते देखना चाहती थी। उसे अपने आदिल के साथ यहां से कहीं दूर निकल जाना था।
अगले दिन घूमते फिरते जब वह दोनों पहाड़ी के पीक प्वाइंट पर पहुंचे तब बेचैन आसिमा को आदिल नजर आया। वह दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुराए। आदिल ने उसे मैसेज किया थोड़ी देर में नीचे गाड़ी नंबर "**********" नीचे जाकर उसमें बैठ जाना कोई बहाना बनाकर। मैं वहीं मिलूंगा तुम्हें।
असिमा ने नीचे झांकते हुए कहा... अयान जी यह कितनी गहरी खाई है ना, मुझे डर लग रहा है। क्या मैं नीचे चली जाऊं ?
अयान ने कहा.... चलो! हम साथ ही चलते हैं।
असिमा ने मुस्कुराते हुए कहा...बिल्कुल भी नहीं, आपको यहां अच्छा लग रहा है तो आप एंजॉय कीजिए मैं नीचे वाले ढाबे पर आपका इंतजार करूंगी। जल्दी आइएगा।
इतना कहकर वह निकल जरूर गई थी लेकिन उसका दिल ना जाने क्यों किसी अनहोनी की आशंका में डूब रहा था। वह नीचे आकर आदिल की गाड़ी में बैठ चुकी थी।
वहीं आदिल किसी शिकारी कुत्ते की भांति धीरे धीरे चलते हुए उसके थोड़ा पास आया और उसके पास खड़ा हो गया। अयान वहां फैली धुंध में खोया हुआ था। हरियाली और कोहरे में डूबते मौसम का मजा लेते हुए वह लगभग खो सा गया था। उसे अंदाजा ही नहीं हुआ कि उसके आस पास भीड़ कम हो गई थी। वह वहीं खड़ा हुआ था। आदिल ने आस पास देखा कि एक ही परिवार था जो सेल्फी खींचने में व्यस्त थी।
आदिल बात करने के बहाने से अयान के पास खड़ा होते हुए बोला "कितना अच्छा मौसम हो रहा है ना यहां का ? पहाड़ों की बात ही अलग है।"
अयान मुस्कुराया और बोला... जी बिल्कुल, मुझे भी पहाड़ बहुत पसंद है खासकर यह मौसम।
बात करते हुए आदिल ने उस फैमिली की तरफ देखा जो फोटोज खींचने में व्यस्त थी और इस वक्त उनकी पीठ उनकी तरफ थी। वह शैतानी मुस्कुराहट से एक बार फिर से मुस्कुराया। उसने अपनी पॉकेट से धीरे से एक सिरिंज को निकाला और मुट्ठी में भींचते हुए उसे अयान के करीब आकर उसकी बाजू में घुसा दिया। उसे हल्का सा दर्द महसूस हुआ। उसने अपनी बाजू की तरफ देखा। आदिल सिरिंज को हटाते हुए बोला क्या हुआ अयान तुम ठीक हो ?
अयान कुछ सोच पाता और कह पाता उसका सर तेजी से घूमने लगा मानों उसे चक्कर आ रहे हो। रेलिंग को थामे वह संभलने की कोशिश में लगा था लेकिन आदिल ने उसे नीचे की तरफ धकेल दिया। आयन लड़खड़ाते हुए ना संभल पाने की स्थिति में नीचे खाई की गहराइयों में जा गिरा।
वहीं अपना काम खतम करके आदिल चुपचाप नीचे आकर अपने गाड़ी में बैठ गया था। आसिमा उसे देखकर मुस्कुराई। वह ड्राइव करते हुए वहां से निकल गया।
जब अपने बच्चों की कोई खोज खबर ना मिलने पर उनके परिवार को उनकी चिंता होने लगी तब उन्होंने पुलिस कंप्लेन दर्ज करवाई। नतीजा कुछ नहीं मिला। बहुत कोशिशों के बाद पता चला होटल से घूमने निकले अयान और आसिमा वापस लौट कर नहीं आए थे। उनका सामान भी होटल में वैसे ही पड़ा हुआ था।
वहां आदिल, असिमा के साथ मजे करते हुए उसके पैसों को खर्च करते हुए शहर दर शहर घूमने में लगा था। उसने आसिमा को शादी का झांसा देकर सब कुछ किया लेकिन उससे शादी नहीं की बल्कि उसका प्लान कुछ और ही था उसके लिए।
आदिल ने कॉल पर किसी से कहा...जी, हम लोग पहुंच जाएंगे मुंबई जल्दी ही।
वहां पुलिस छानबीन में लगी हुई थी। उन्हें पहाड़ी से गिरी अस्त व्यस्त आयन की लाश मिल गई थी लेकिन आसिमा उसका कुछ अता पता नहीं था।
वहीं जब आसिमा ने सुना की आदिल उसे मुंबई लेकर जाने वाला है। वह उससे पूछने लगी आदिल मुंबई ही क्यों ? हम कहीं और चलते है ना? आदिल ने कहा....नहीं, वहां मुझे काम मिल गया है, हम वहीं रहेंगे, वहां हमारे जान पहचान वाले लोग भी हैं।
असिमा एक बार फिर से उसकी बातों में आ गई थी जबकि उसके इरादे बता रहे थे कि कितने खतरनाक हैं।
वहीं न्यूज में अयान की मौत की खबर आग की तरह फैली हुई थी, साथ ही असिमा के गायब होने की भी।
असिमा ने जब यह न्यूज देखी उसके पैरों के नीचे की जमीन गायब हो चुकी थी क्योंकि उसने ऐसा कुछ होगा यह सोचा ही नहीं था। वह आदिल से बोली...अयान नहीं रहा आदिल, पुलिस मुझे ढूंढ रही है।
आदिल ने कहा....क्या कुछ ही दिनों में तुम्हें उससे मोहब्बत हो गई जो उसकी मौत पर इतना तड़प रही हो।
आसिमा बोली....अगर ऐसा होता तो क्या मैं तुम्हारे साथ यहां तक आती।
मुझे फिक्र हो रही है कि हम पकड़े जाएंगे।
आदिल कहता है....काजल की कोठरी में कोई तुम्हें ढूंढ पाएगा तब ना।
वह उसे लेकर मुंबई आ गया था और वादे के मुताबिक उसे रेड लाइट एरिया में एक बड़े से कोठे पे बेच कर जा चुका था। असिमा, उसके इस धोखे को जानकर बेबसी से रो रही थी। अपनी गलतियों पर पछता रही थी। उसे याद आ रही थी वो बाद जो उसके पिता ने कही थी कि आदिल एक अच्छा लड़का नहीं है।
वहीं पुलिस को पहाड़ी की एक छोटी सी क्लिप मिली थी जिसमें आदिल, अयान से बात करता हुआ नजर आ रहा था। असिमा के पिता ने आदिल की पहचान कर ली थी कि वह आसिमा का पूर्व प्रेमी था जिसे अयान के साथ देखा गया था पहाड़ी पर। पुलिस अब आदिल को ढूंढ रही थी। वह नशे में धुत एक छोटे से चॉल जैसे कमरे में पड़ा हुआ मिला था वह। पुलिस उसे उठा कर ले गई थी। उसके पास आसिमा के गहने भी मिले थे।
बहुत मार खाने के बाद उसने बताया कि उसने आदिल को मारकर असिमा को एक कोठे पर बेच दिया। ऐसा उसने सिर्फ असिमा के पिता से बदला लेने के लिए किया, क्योंकि उन्होंने उसे पिटवाया था। जिसकी वजह से वह अस्पताल में भर्ती रहा कई दिनों तक। उसकी मां की सारी जमा पूंजी खर्च हो गई उसके इलाज में जिसे उन्होंने बड़ी मुश्किल से उसकी बहन की शादी के लिए जोड़ा था। उनके भूखे मरने की नौबत आ गई थी। असिमा जो अभी तक उसके प्यार में पागल थी उसे तकलीफ पहुंचा कर उसके बाप को उसकी औकात दिखाना चाहता था।
पुलिस आसिमा तक पहुंच कर उसे कोठे से निकाल कर थाने ले आई थी। उसने सारी बातें डिटेल में बताई। मर्डर में शामिल ना होने लेकिन आदिल का साथ देने की वजह से उसे छः महीने की सजा हुई वहीं आदिल को उम्र कैद मिली।
असिमा अब कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रह गई थी। उसे अहसास हो गया था कि वह मां बनने वाली है। एक नाजायज बच्चे की मां जिसका पिता कातिल था। वह अब पछताने के सिवा कुछ नहीं कर सकती थी। उसके मां बाप ने भी उसका त्याग कर दिया था। छह महीने के बाद पूरी तरह से बर्बाद असिमा सड़क पर खड़ी थी।
ना उसके पास पैसे थे और ना ही इज्जत। ऊपर से मां होने की जिम्मेदारी जिसके असली पिता का असल में कुछ पता नहीं था।
जिंदगी में कुछ फैसले सोच समझ कर लेने चाहिए।
"किसने किसको बर्बाद किया यह कौन जानता था
हर धोखे का बदला, धोखा होता है, यह कौन जानता था"
सत्य घटना से प्रेरित!!