चैप्टर 12
राहुल और माया का गुस्सा।
Recape
पिछले चैप्टर में हमने यह जाना की किस तरह अभय इंद्रजीत और रोहन को माया की गई मदद बारे में बताता है और दूसरी तरफ माया के घर वाले और दोस्त मिल कर माया को सरप्राइज पार्टी देते हैं कल्याणी जी को राहुल में अपना दामाद नजर आता है
अब आगे
कल्याणी जी अपने मन में बोलती है ,भगवान यह लड़का दिखने में और व्यवहार में बहुत ही अच्छा है। बस आप इस लड़के को मेरा जमाई बना दे ।वह यह बात बहुत ही धीरे से बोल रही है। उनकी बात किसी ने नहीं सुनी पर उनके पास में बैठी हुई रेणुका जी जरूर सुन लिया है। पर कुछ ना बोली।
सबका खाना खत्म होते ही सब घर जाने के लिए तैयार हो रहे थे पर माया ने रितु रुचि अंजलि मोहन आरती को रुकने के लिए मना लिया था। पर आरती नहीं मानती है और घर के लिए निकल जाती है। मोहना के पापा और दादाजी भी अपने घर के लिए निकल जाते हैं।
तो राहुल भी रुचि से मिलकर उसे अपना ध्यान रखने के लिए बोलकर ..वहां खड़े सभी बड़ों को देखकर बोलता है थैंक यू इतने अच्छे डिनर के लिए रोहन यह सब बहुत ही विनम्र और शांत लहजे में बोला .!!
रुचि भी उसके गले लगा कर बोली " ठीक है भाई मैं अपना ध्यान रखूंगी और आप भी अपना ध्यान रखना घर जाकर मुझे कॉल करना ठीक है" रुचि मुस्कुराते हुए बोली
राहुल उसके सर पर हाथ रखकर बोला ठीक है और वहां से चला गया !
पर वहां खड़ी दादी ko राहुल कुछ ज्यादा ही भाह गया है अपनी माया के लिए।
जैसे ही सब लोग चले गए तब ! रितु रेणुका जी से बोली "आंटी आप भी आराम कर लीजिए बाकी का सारा काम हम लोग देख लेंगे "
रेणुका जी बोली " नहीं बेटा तुम लोग सब थक गए हो और जाकर ऊपर मां के कमरे में बैठकर बातें करो वैसे भी आज तुम लोगों ने खाना बनाने और सरप्राइज पार्टी में बहुत मेहनत कर ली है"।
मोहना बोलती है aunty मेहनत हमारे साथ आपने भी तो की है और वैसे भी ज्यादा कुछ काम नहीं है. आप और दादी जाकर आराम कर लो ,वैसे भी हम लोग सब मिलकर कर लेंगे .इतना बोलकर कल्याणी जी और रेणुका जी को कमरे की ओर भेज देती है।
सब लोग अपने-अपने कमरे में जाने के बाद माया जो अब तक मुस्कुरा रही थी! उसकी मुस्कान गायब हो गई और उसके चेहरे पर परेशानी, गुस्सा, फ्रस्ट्रेशन तीनों साथ में दिखाई दे रहा था।
माया एक-एक, कर -कर सारा काम करती है ,पर उसने किसी से भी बात नहीं किया।
रितु रुचि अंजलि मोहना चारों एक दूसरे का चेहरा देख रहे हैं क्यों कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि जो माया अब तक एलईडी बल्ब की तरह मुस्कुरा रही थी अब अचानक ऐसा क्या हो गया कि वह यू चुप होकर बिना किसी से बात किया अपना काम कर रही है।
उन लोगों को समझ नहीं आ रहा था फिर भी उन लोगों ने जल्द अपना काम खत्म कर लिया और माया के कमरे की तरफ चले गए।
जैसे ही 5 चो कमरे में आए तो माया ने तुरंत ही अपना कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और अपने फोन को ब्लूटूथ से कनेक्ट करके हाई वॉल्यूम पर सोंग्स चला दी। (सॉन्ग आजकी पार्टी मेरी तरफ से)
उसे ऐसे करते देखा चारों के चारों के रोंगटे खड़े हो गए क्योंकि उन्हें पता था कि उन लोगों ने जाने अनजाने में कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से माया इतनी परेशान है।
माया की ऐसी हरकत और एक्सप्रेशंस देखकर अंजलि ने धीरे से कहा कुछ तो गड़बड़ है ,कुछ तो गड़बड़ है लगता है हम लोग हाथ पैर तुड़वा कर ही बाहर जाएंगे।
उसके ऐसी बात सुनकर तीनों लड़कियां घबरा गई क्यों कि माया उन्हें काली माता से काम नहीं लग रही है।
माया ने अपने कमरे के सारे स्टॉप टॉयज लिए और एक-एक कर कर उन चारों पर फेंकते हुए बोली तुम चारों की वजह से आज मैं कितनी बड़ी प्रॉब्लम में फांसी हो।
जब देखो तब मुझे परेशान करते रहते हो तुम लोग, तुम लोगों को पता है आज मेरे साथ क्या हुआ है
उसकी बात सुनकर रितु ने बोली तू बताएगी तो पता चलेगा कि हमारे किस गलती का इनाम तू हमें दे रही है।
रितु की बात सुनकर माया को और भी ज्यादा गुस्सा आता है और वह अपना कमरे में से बैडमिंटन का bat लेकर उन चारों को पीटती हुए बोली तुम लोगों की घटिया प्लांस की वजह से आज मुझे 10 लख रुपए का फटका पड़ा है।
माया की ऐसी अजीबोगरीब बातें सुनकर उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह बोल क्या रही है तो मोहना बड़ी हिम्मत करते हुए माया को रोकती हैं।
माया को शांत करवाते हुए उस से पूछती है क्या हुआ है तो हमें बताएगी तो समझ जाएगा और यह 10 लख रुपए का क्या चक्कर है।
रितु अंजलि और रुचि तीनों भी उसे यही सवाल पूछते हैं कि क्या हुआ है आज तो अच्छे से बात तो समझ आऊंगा कि क्या परेशानी है और उसका हल ढूंढेंगे।
बस उसका इतना कहना ही था कि जो माया अब तक शांत हुई थी वह फिर से बिफर पड़ती है सब पर और बोलती है नहीं चाहिए मुझे तुम लोगों का कोई सॉल्यूशन तुम लोगों के सोल्यूशन और हेल्प के चक्कर में मैं खुद मुसीबत में पड़ जाती हूं।
अंजलि माया को पानी देते हुए बोली शांत हो जा गदाधारी भीम क्या हुआ है हमें बता दे,कम से काम तेरा गुस्सा तो शांत हो जाएगा।
और 5चो माया के मून प्रिंटेड बेड पर बैठ जाते हैं।
इधर दूसरी तरफ
आरती रास्ते पर जाते हुए ऑटो को रोक रही थी पर उसे ऑटो नहीं मिल रहा है आरती और माया का घर कुछ दो से तीन किलोमीटर ही दूरी पर है पर रात के 9:00 बजाने की वजह से आरती चलने की बजाय ऑटो करना चाहती थी क्योंकि उसे अकेले में अंधेरी रात में चलने से डर लगता है।
आरती अपने दुपट्टे के एक सीरे के कोने को अपनी उंगली में फंसते हुए चलती जा रही है और आते-जाते ऑटो को रोकने की कोशिश कर रही है पर कोई भी ऑटो नहीं रुकता है।
आरती ने खुद से कहा इस ऑटो के चक्कर में मैंने तो आधा रास्ता पार कर ही लिया है बाकी का आधा रास्ता भी चलते हुए जाती हूं इतना सोचते ही वह टाइम टेस्ट के बजाय तेज कदमों से चलने लगी पर कुछ दूरी जाने पर वह देखी है कि दो लफंगा बाइक पर चिल्लाते हुए बड़ी स्पीड से जा रहे हैं पर उन लोगों को क्या होता है कि पता नहीं वह पीछे आरती की तरफ आते हैं।
आरती उन लोगों को देखकर डर जाती है और बिना कुछ बोले वहां से निकलने की कोशिश करती है।
पर लफंगे तो लफंगे ही रहेंगे जब तक छेड़ ना दे उन्हें अपनी शांति नहीं मिलेगी खासकर आरती जैसे डरपोक लड़कियों को देखकर उन लोगों को छेड़ने में और भी मजा आता है।
वह लड़का बोल एक जिसका नाम जैकी है उसने कहा क्या हुआ मैडम अकेले रास्ते पर चल रही हो लगता है कोई ऑटो वाला नहीं मिला देखिए मैडम इतने अच्छे बाइक है साथ में चलते हैं तीनों बहुत जल्दी पहुंच जाएंगे वह भी बड़े ही आराम के साथ।
जैकी यह बात ऐसे बोलता है जैसे वह आरती की मदद करना चाहता है
पर आरती इतनी बेवकूफ भी नहीं है कि उसे लफंगे की बात को समझ ना पाए।
दूसरा लड़का बोला जिसका नाम चुलबुल है क्या यार भाई इतनी मस्त आम्माई है तो कोंच्म मस्ती चेंज दम।
(चुलबुला यह बात तेलुगु और हिंदी मिक्स कर कर बोल रहा है अम्माई का मतलब लड़की, कोंच्म का मतलब थोड़ा। )
आरती उन दोनों को देखते हुए बोली देखिए मैं खुद चली जाऊंगी प्लीज आप यहां से चली जाइए आरती है बात डरते हुए और बड़ी पोलाइट वे में से बोल रही है।
पर लफंगे तो अपनी आदत से मजबूर आरती का हाथ पकड़ता है और उसे खींचकर अपनी बाइक पर बिठा ने की कोशिश करता है।
तभी जैकी के चेहरे पर एक मूक का पड़ता है।
जैसे चुलबुला यह देखता है कि जाकी को किसी ने मुख्य से मारा है वह उसे आदमी को देखने देखा है
सामने एक बड़ा हैंडसम आदमी है जिसके चेहरे पर गुस्सा साफ-साफ दिखाई दे रहा है।
जैसे आरती उसे आदमी को देखते हैं तो वह रोते हुए उसके पास जाते हुए बोली थैंक्यू राहुल जी आपने मदद की और रोते हुए उसके गले लग जाती है।
क्योंकि आरती बहुत ही ज्यादा डर गई थी , आरती को ऐसे देखकर राहुल के तन बदन में गुस्से का ज्वालामुखी पनपता है।
और वह आरती को अपने सीने से लगाकर उन लोगों को घूर ते हुए बोला डॉन'टी वरी मैं हूं ना तुम्हें कुछ नहीं होगा और उसके पीठ पर हाथ फेरता है।
आरती अब तक थोड़ा सा संभाल चुकी है और उससे दूर हो जाती है।
और राहुल को देखते हुए बोली आई एम सो सॉरी मैं डर गई थी इसकी वजह से मैंने अप को गले लगा लिया आई एम सो सॉरी ।आरती यह बात रोती हुई शक्ल में बोल रही है।
राहुल को इस वक्त समझ नहीं आया कि वह उसकी बातों पर कैसे रिएक्ट करें पर वह भी उसे दूर हो जाता है और कुछ नहीं बोलता है।
जैकी की बड़ी ही हप्सी भरी नजरों से आरती को देखते हुए बोला की इस लड़की को हमने पहले देखा है तो इस पर पहले हमारा हक होगा। तो तुम यहां से निकल जाओ वरना तुम्हारी हड्डी पसली तोड़ दूंगा।
इतना बोलकर वह आदमी राहुल को मार ने के लिए हाथ उठाता है पर वह उसका हाथ राहुल को छू पाता उससे पहले ही राहुल ने उसके पेट पर लात मार के मार दिया।
अपने दोस्त को यूं मार खाता देख दूसरा आदमी यानी चुलबुल ने भी राहुल पर हमला कर दिया पर राहुल दोनों से ऐसे लड़ रहा था जैसे उसे लड़ने का बहुत तजुर्बा हो।
राहुल दोनों का ऐसी मार रहा था जैसे आज उन दोनों को जिंदा नहीं छोड़ेगा जो राहुल अब तक हसमुख शांत और शांति पूर्वक इंसान लग रहा था अब वह एकदम ही डेविल का राजा लग रहा है।
उन लोगों को मारते मारते हुए बोला हाउ दे तू टच हार ।तुम लोगों की हिम्मत कैसे उसे छूने की।
राहुल का ऐसा चेहरा देखकर आरती एकदम से डर गए फिर वह अपने डार पर काबू पाते हुए बोली मत मारो उन लोगों को ऐसे मर जाएंगे छोड़ दो उन लोगों का आरती यह बात चिल्ला कर बोल रही थी पर राहुल के कानों में जूं तक ना रहेंगे।
आरती ने भाग कर राहुल का हाथ पकड़ कर खींचते हुए बोली प्लीज़ मत मारो मुझे डर लग रहा है ऐसे मत मारो लोगों को इतना बोलकर वह राहुल को खींचते रही थी।
राहुल उसकी ऐसी हालत देखकर अपने आप को शांत करने की कोशिश करता है और उसे पर चिल्लाते हुए बोला कितनी डरपोक लड़की हो तुम ऐसे ही तुम्हें कोई आकर छेड़ेगा तो तुम ऐसे रोते हुए रहोगी क्या ,तुम्हें अपनी सुरक्षा अपने ही हाथों में रखना होगा कोई और नहीं करेगा समझी । अगर मैं वक्त पर नहीं आता तो क्या होता।
राहुल की बात सुनकर आरती अपना सर झुकाते हुए सिसक रही है पर उसने राहुल को जवाब नहीं दिया बस रोती जा रही थी।
वह अब रोते-रोते ही हांफने लगती है उसकी ऐसे हालात देखकर राहुल एक गहरी सांस लेता है और उसे गले से लगा लेता है और बोला चुप हो जाओ ,कुछ नहीं हुआ। आरती अपना आप को उसे से छुड़ा थे हुए धीरे से बोली मुझे घर जाना बहुत देर हो गया चाचा चाची वेट कर रहे होंगे। उसकी ऐसी बात सुनकर राहुल बोला अच्छा ठीक है चलो मैं तुम्हारे साथ आता हूं।
उसकी बात सुनकर आरती बोली मैं खुद चली जाऊंगी।
थैंक यू मेरी हेल्प करने के लिए आपका यह एहसान में कभी नहीं भूलूंगी।
वह बोल ही रही थी कि उसने राहुल को दिखा जो उसे घूर कर देख रहा था उसे ऐसे घूरते देख आरती चुप हो जाती है और उसके साथ ही चलती जाती है।
वह दोनों लफंगा वही रास्ते पर अधमरी हालत में पड़े हुए थे तभी एक कार आता है और उन दोनों को कुछ आदमी पकड़ कर कार के अंदर डाल देते हैं।
तभी राहुल पीछे मुड़कर देखा है तो उन आदमी उसे एक आदमी अपना हाथ हम सब बनाकर वहां से चला जाता है वहीं राहुल के चेहरे पर एक क्रुएल मुस्कान आ जाताहै।
कौन है वह आदमी जो उन दोनों लफंगों को अपने कर में डालकर ले गया है? क्यों इतना गुस्सा आया राहुल को जब वह दो गुंडे आरती को परेशान कर रहे थे? क्या रहस्य है राहुलकी मुस्कान का।
जानने के लिए पढ़िए इश्क की लाइब्रेरी ❤️❤️❤️❤️
खुलेंगे कहीं राज ।Spoil alert
रोहन और मोहना का जल्दी एक दूसरे से टकराने वाले हैं।
Please like and comment ❤️❤️❤️
There are many twist in the story please read it Ishq ki library ❤️❤️❤️❤️❤️