Bandhan - 1 in Hindi Fiction Stories by Maya Hanchate books and stories PDF | बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 2

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बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 2

पिछले चैप्टर में हम पढ़ते हैं कि शिवाय आर्य ,सन्नवि को उठाता है और उन दोनों को रेडी कर कर ब्रेकफास्ट करवा कर किंडरगार्डन के लिए ले जाता है। 
उस के बाद वह अपने रेस्टोरेंट asa के लिए निकल तो वह देखता है कि किस तरह से रेस्टोरेंट में काम किया जा रहा है उसके बाद वह अपने केबिन में जाता है। 
जैसे ही प्रणय और शिवाय केबिन के अंदर आते हैं तो शिवाय प्रणय को बोलने का इशारा करता है तो प्रणय बोलता है ।


अब आगे 


बाँस हमें जो का इनफार्मेशन मिली है वह गलत है हमारे गॉड्स उसे लोकेशन पर गए हैं तो उन्हें वहां कोई भी नहीं मिला है। 
प्रणय की बात सुनकर इस वक्त शिवाय के एक्सप्रेशन बदल जाते हैं और वह बहुत ही गुस्से में तमतमा रहा है ।😡
शिवाय एक पेपर वेट उठाकर प्रणय की तरफ फेंक देता है इससे पहले वह पेपर वेट प्रणय को लगता है वह नीचे झुक जाता है जिसकी वजह से वह पेपर वेट दीवार पर टंगी हुई घड़ी पर लग जाती है जिसके कांच केबिन में बिखर जाता है।।
शिवाय का गुस्सा देखकर प्रणय घबरा जाता है और अपनी नजर नीचे झुकाते हुए बोला आई एम सो सॉरी बॉस यह मेरी गलती है कि मैंने आपको इनफार्मेशन देने से पहले चेक नहीं किया। 
शिवाय प्रणय की बात सुनकर दांत पीस कर बोला @ 5 साल, पिछले 5 साल से तुम्हें एक इंसान को ढूंढने को बोला है ,लेकिन तुम अभी तक उस इंसान को नहीं ढूंढ पाए ,क्या मैं यह समझूं कि तुम्हें इतनी भी काबिलियत नहीं है। 
शिवाय की बात पर प्रणय कुछ नहीं बोलता है क्योंकि वह जानता है कि इस वक्त शिवाय कितने गुस्से में है वह कितने डेसपरेटली उस इंसान को ढूंढने की कोशिश कर रहा है। 
प्रणय को इस तरह से नजरे झुकाते देखकर शिवाय बोल @ तुम्हें पता है उस इंसान को ढूंढने के लिए मैं अपने घर परिवार देश से दूर आया हूं और तुम यह बोल रहे हो कि तुमने उस इंसान को अभी तक नहीं ढूंढा पाए। 
प्रणय अपनी नजर झुका कर बोला @ आई एम सॉरी बॉस।
 
प्रणय के मुंह से फिर से सॉरी सुनकर शिवाय गुस्से में बोलता है @गेट लॉस्ट मेरे सामने तुम तब तक मत आना जब तक तुम्हें उस इंसान का इनफॉरमेशन नहीं लाते ।
शिवाय की बात सुनकर प्रणय वहां से चला जाता है क्योंकि वह जानता था कि अगर वह थोड़ी और देर खड़ा रहेगा तो वह खड़ा रहने के लायक ही नहीं रहेगा। 
ऐसे ही कुछ दिन बीत जाते हैं, शिव अपने बच्चों के साथ बहुत ही अच्छे से समय बिता रहा था और अपने रेस्टोरेंट को अमेरिका के टॉप रेस्टोरेंट में लाया था जिसकी वजह से उसे अवार्ड भी मिला है। वही प्रणय दूसरी ओर शिवाय के ऑर्डर्स को फॉलो कर रहा था ।
शिवाय अपने रेस्टोरेंट में एक मीटिंग कर रहा रहा है जो अपने रेस्टोरेंट को और भी ज्यादा आगे बढ़ाने और अपने रेस्टोरेंट के छोटे-छोटे लोकल चैन खोलने के लिए मीटिंग कर रहा है। 
जैसे ही मीटिंग खत्म होती है शिवाय अपने केबिन में जाता है।
जैसे शिवाय अपने केबिन में पहुंचता है तो देखा है कि सामने प्रणय बेसब्री से शिवाय का इंतजार कर रहा है। 
शिवाय को देखकर हड़बड़ा कर बोल @ बाँस इनफॉरमेशन मीला है कि उन लोगों ने उसे इंसान को इंडिया लेकर गए हैं। 
और इस इनफॉरमेशन को मैंने भी कंफर्म किया है।
 प्रणय की बात उनका शिवाय के चेहरे पर ना दिखने वाली खुशी नजर आता है।
शिवाय प्रणय से बोलता@ है तुम सच बोल रहे हो? क्या तुम्हें उनका पता चल गया है क्या वह इंडिया में अब कहां है? ऐसे ही अनगिनत सवाल शिवाय प्रणय से पूछता है।
बेचारा प्रणय पहली बार अपने बॉस के चेहरे पर इतने एक्साइटमेंट देख रहा था और बच्चों की तरह सवाल करते देख रहा था तो उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या बोले। 
शिवाय और प्रणय अभी बात ही कर रहे थे कि शिवाय के फोन करें रिंगटोन बजे उठाता है ।
शिव पहले तो कॉल को इग्नोर कर कर प्रणय को जवाब देने के लिए बोलता है पर इससे प्रणय पहले कुछ बोल पाता , शिवाय का फोन फिर से रिंग करने लगता है इस बात शिवाय इरिटेट होकर फोन की तरफ देखा है तो फोन पर वनराज भाई नाम शो हो रहा है जिसे देखकर शिवा जल्दी से कॉल उठाता है।📳
इससे पहले की शिवाय कुछ बोल पाता उधर से एक कमजोर और धीमी आवाज सुनाई देती है छोटे तू जल्दी से इंडिया आज पापा को हार्ट अटैक आया है।
 
उसे इंसान की बात सुनकर शिवाय के हाथों से उसका फोन छूट जाता है और उसके आंखों में कई सारे भाव दिखाई देते हैं। शिवाय के हाथ पैर कांप रहे थे शिवाय के दिल में किसी को खोने का डर जागने लगा है ।
शिवाय तुरंत कुर्सी पर बैठ जाता है वह बहुत परेशान हो गया था उसके हाथ पैर सपना शुरू हो गई है बातें से पसीना बाहर है शिवाय हकलाते हुए बोला क्या कहा भाई आपने बड़े पापा को हार्ट अटैक पर कैसे वह तो बहुत ही हेल्थ कॉन्शियस परसों है ना। 
शिवाय की बात सुनकर दूसरी तरफ से वह आदमी बोला नहीं पता पर जब हमने सुबह पापा को डायरेक्ट टेबल पर नाश्ता करने आए थे तब वचनक से ही गिर गए और बेहोश हो गए थे उन्हें इस तरह देखकर मैं उन्हें अस्पताल लेकर आया था तो डॉक्टर ने बताया कि उन्हें हार्ट अटैक आया है। 
अभी उन्हें डॉक्टर ट्वीट कर रहे हैं वह बेहोशी में भी तुझे याद कर रहे हैं तो जल्दी से इंडिया वापस आ जा। 
उसे आदमी की बात सुनकर शिवाय बोलता है जल्दी आऊंगा भाई तब बोलकर वह कॉल कट कर देता है। 
शिवाय जल्दी से प्रणय को ऑर्डर देता है इंडिया के जेट तैयार करो वह भी अभी और इसी वक्त।
इतना बोलकर वह वहां से चला जाता है। 
कुछ देर में वह लोग जाट में बैठ गए हैं।
शिवाय दोनों बच्चों के सीट बेल्ट ठीक से लग रहा है 
प्रणय भी उनके साथ ही इंडिया जाने वाला है क्योंकि वह शिवा का असिस्टेंट है इसी वजह से वह हमेशा उसके साथ ही रहता है। 
बच्चे अपने पापा को परेशानी में देखकर खुद परेशान हो रहे हैं।
सान्नवि धीरे से प्रणय से तोतला कर पूछती है कि चाचू डेडा को क्या हुआ है परेशान क्यों लग रहे हैं। 
बेचारा प्रणय जवाब क्या देता क्योंकि खुद उसे भी नहीं पता था कि बॉस के क्यों परेशान है, क्योंकि शिवाय दे उससे कुछ भी नहीं बताया था बस ऑर्डर पर आर्डर दिया जा रहा था। 
कुछ देर में जट टेक ऑफ कर लेता है 
शिवाजी अपने सीट पर आंखें बंद करके बैठता है तो उसके दिमाग में अपनी बचपन से लेकर अब तक की यादें किसी दिल की तरह चलने लगती है। 
कभी उसकी आंखों के सामने एक धुंधला सा चेहरा दिखाई देता है।
जिसे देखकर शिवाय के टेंशन भरे चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कुराहट आ जाती है। 
 
18 घंटे के बाद शिवाय का जेट इंडिया दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड होता है। 
शिवाय बच्चों को अपनी गोद में लेकर बाहर आता है आर्य परेड की गोद बैठ है।
जैसे ही वह चारों लोग एयरपोर्ट से बाहर निकलते हैं तो सब के सब लोग शिवाय प्रणय आर्य और सन्नवि को देख रहे हैं क्योंकि दो हैंडसम आदमी के साथ दो कटे से बच्चे का नजर बहुत ही ज्यादा ब्यूटीफुल लग रहा है। 
एयरपोर्ट की सारी लड़कियां तो टकटकी लगाकर दोनों बच्चों को देख रहे थे क्योंकि इस वक्त दोनों बच्चे बहुत ही ज्यादा क्यूट लग रहे हैं खासकर उनके मोटे-मोटे गाल और गोल्डन ब्राउन आंखें विद करली हेयर्स क्यूट से बड़ा बना रहे हैं।

यारी मेरी फर्स्ट नोवल प्लीज कमेंट कर देना प्लीज प्लीज अगर नेगेटिव कॉमेंट रहेगा तो भी चलेगा प्लीज कमेंट कर देना। 
क्या होगा कहानी में आगे जाने के लिए  padhiye

Please comment Karen.