### एपिसोड 46: नई राहें और अनकही सच्चाइयाँ
समीरा अब अपने जीवन को नए सिरे से शुरू करने की कोशिश कर रही थी। कोर्ट के फैसले के बाद उसके जीवन में बहुत कुछ बदल चुका था। एक तरफ जहाँ सलोनी और राहुल को उनके किए की सजा मिल चुकी थी, वहीं दूसरी तरफ समीरा को अपनी नई राह तय करनी थी।
### अतीत की परछाइयाँ
हालाँकि सलोनी और राहुल उसके जीवन से दूर हो चुके थे, लेकिन उनके दिए घाव अभी भी उसके मन में गहरे थे। रातों को वह अक्सर उन भयानक पलों को याद करके जाग जाया करती थी। उसे लगता था कि यह सब एक बुरा सपना था, लेकिन जब सुबह होती, तो वह फिर से अपनी हकीकत का सामना करती।
आर्यन इस दौरान हमेशा उसके साथ था। उसने हर संभव कोशिश की कि समीरा अपने अतीत से बाहर निकल सके और आगे बढ़ सके।
"तुम अब भी उन दिनों को याद कर रही हो, समीरा?" आर्यन ने एक दिन उससे पूछा।
समीरा ने हल्की मुस्कान के साथ कहा, "शायद कुछ जख्मों को भरने में वक्त लगता है, लेकिन मैं कोशिश कर रही हूँ।"
### एक नई नौकरी, एक नई दुनिया
समीरा ने एक प्रतिष्ठित पत्रिका में नौकरी कर ली थी। लेखन उसका जुनून था, और अब उसे यह करने का पूरा मौका मिल रहा था। धीरे-धीरे वह अपने काम में रमने लगी। उसकी कहानियाँ लोगों को पसंद आने लगीं और उसकी पहचान बनने लगी।
लेकिन, एक दिन जब वह अपने ऑफिस में बैठी थी, तो उसे एक अनजान नंबर से कॉल आया।
"समीरा, क्या तुम अब भी अपने अतीत से पूरी तरह बाहर आ पाई हो?"
उसका दिल एक पल के लिए धड़कना बंद कर दिया। यह आवाज़ राहुल की थी!
"तुम्हें अब भी चैन नहीं मिला, राहुल?" समीरा ने सख्त लहजे में कहा।
राहुल हँस पड़ा, "सजा तो मुझे मिली है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं तुम्हें भूल गया हूँ। तुम जहाँ भी जाओगी, मैं तुम्हें याद दिलाता रहूँगा कि तुमने क्या किया है।"
समीरा ने फोन काट दिया। उसके हाथ काँप रहे थे, लेकिन इस बार वह डरी नहीं। उसने तय कर लिया था कि अब वह किसी भी हाल में अपने अतीत को वापस नहीं आने देगी।
### आर्यन का सहारा
जब आर्यन को इस कॉल के बारे में पता चला, तो वह बहुत गुस्सा हुआ। "तुम चिंता मत करो, समीरा। राहुल अब कुछ नहीं कर सकता। मैं तुम्हारे साथ हूँ।"
समीरा ने उसकी ओर देखा। इस बार, उसे यकीन था कि वह अकेली नहीं थी।
### जीवन में एक नया मोड़
समय बीतता गया। समीरा ने अपनी किताब पूरी कर ली थी, जो उसकी खुद की कहानी से प्रेरित थी। जब उसकी किताब प्रकाशित हुई, तो उसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। लोग उसकी ताकत और संघर्ष से प्रेरित हो रहे थे।
एक शाम, जब वह समंदर किनारे बैठी थी, तो आर्यन ने उसका हाथ पकड़ा और कहा, "अब तो तुम मान ही सकती हो कि तुम सिर्फ अपने अतीत की कहानियों तक सीमित नहीं हो, बल्कि एक नई कहानी खुद लिखने के लिए बनी हो।"
समीरा ने गहरी सांस ली और हल्की मुस्कान के साथ कहा, "हाँ, शायद अब मैं भी अपने जीवन में एक नया अध्याय शुरू कर सकती हूँ।"
(जारी...)