Bewafa - 45 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | बेवफा - 45

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बेवफा - 45

### एपिसोड 45: अतीत का हिसाब और नए सफर की शुरुआत

रात के अंधेरे में समीरा अपनी बालकनी में खड़ी थी। उसके मन में बीते हुए दिनों की यादें उमड़ रही थीं। उसने जितना कुछ सहा था, उतना शायद ही कोई सह पाता। लेकिन अब वह टूटकर बिखरने वाली नहीं थी। अब वह मजबूत थी, आत्मनिर्भर थी, और सबसे बड़ी बात—अब वह डरती नहीं थी। 

### सलोनी का अंत

सलोनी की सच्चाई सबके सामने आ चुकी थी। कोर्ट ने उसके अपराधों को गंभीरता से लिया और उसे सात साल की सजा सुनाई। जब उसे जेल ले जाया जा रहा था, उसने समीरा को घूरते हुए कहा, "तुम्हें लगा कि तुम जीत गई? तुम कभी खुश नहीं रह पाओगी!"

समीरा ने शांत भाव से कहा, "तुम्हारी नफरत ही तुम्हारी हार की वजह बनी, सलोनी। अब तुम अपने किए की सजा भुगतो।"

सलोनी ने गुस्से से चेहरा फेर लिया, लेकिन अंदर से वह टूट चुकी थी। जेल की सलाखों के पीछे उसे अहसास हुआ कि लालच और नफरत ने उसे कहाँ पहुँचा दिया। 

### राहुल का हश्र

राहुल ने अपनी सजा को चुनौती देने की कोशिश की, लेकिन उसके पास कोई सबूत नहीं था जो उसे निर्दोष साबित कर सके। उसे दस साल की कैद सुनाई गई। जब पुलिस उसे ले जा रही थी, वह समीरा को देखकर चिल्लाया, "तुमने मेरी ज़िंदगी बर्बाद कर दी!"

समीरा ने दृढ़ता से जवाब दिया, "तुमने खुद अपनी ज़िंदगी बर्बाद की, राहुल। अब तुम सिर्फ अपने कर्मों का फल भुगत रहे हो।"

राहुल ने गुस्से में सिर झुका लिया। उसे एहसास हुआ कि लालच और धोखाधड़ी का कोई भविष्य नहीं होता। जेल जाते समय उसके चेहरे पर पछतावे की लकीरें साफ झलक रही थीं।

### समीरा की नई राह

कोर्ट के फैसले के बाद समीरा ने अपने भविष्य के बारे में सोचना शुरू किया। उसने एक नई नौकरी स्वीकार कर ली और अपनी ज़िंदगी को एक नई दिशा देने का फैसला किया। उसके अंदर अब कोई डर नहीं था, कोई झिझक नहीं थी। उसने अपनी जिंदगी के फैसले खुद लेने का ठान लिया था।

समीरा ने अपनी माँ से बात की और उनसे वादा किया कि अब वह हमेशा खुश रहेगी। उसकी माँ की आँखों में आँसू थे, लेकिन इस बार ये आँसू खुशी के थे। उन्होंने समीरा को गले लगाया और कहा, "मुझे तुम पर गर्व है, बेटा।"

### आर्यन का प्रस्ताव

एक दिन, जब दोनों समुद्र किनारे टहल रहे थे, आर्यन ने समीरा का हाथ पकड़ा और कहा, "तुमने बहुत कुछ सहा है, लेकिन अब तुम्हें खुशी से जीना चाहिए। मैं तुम्हारे साथ हमेशा रहना चाहता हूँ। क्या तुम मेरे साथ ज़िंदगी बिताने के बारे में सोच सकती हो?"

समीरा ने उसे देखा। उसकी आँखों में सच्चाई और प्यार झलक रहा था। उसने हल्की मुस्कान के साथ कहा, "शायद, मैं अब खुद को फिर से प्यार करने देने के लिए तैयार हूँ।"

आर्यन ने धीरे से समीरा का हाथ थाम लिया। दोनों ने समुद्र की लहरों को देखा, जो बार-बार किनारे से टकरा रही थीं, मानो कह रही हों कि हर मुश्किल के बाद सुकून आता है।

### एक नई शुरुआत

समीरा ने अपने अतीत को पीछे छोड़ दिया और एक नई ज़िंदगी की ओर कदम बढ़ा दिए। उसने जाना कि तकलीफें इंसान को तोड़ सकती हैं, लेकिन अगर हिम्मत हो, तो वही तकलीफें इंसान को और भी मजबूत बना सकती हैं।

उसने अपनी किताब का आखिरी पन्ना लिखा:

"हर अंत एक नई शुरुआत होती है, बस हमें उसे अपनाने की हिम्मत रखनी चाहिए।"

उस रात समीरा ने खुद को आईने में देखा। उसे पहली बार अपने चेहरे पर सुकून नजर आया। अब वह एक नई जिंदगी के लिए तैयार थी।

पढ़ना जारी रखे. . .