एपिसोड 25: ख़ामोश धमकी
समीरा अब समझ चुकी थी कि उसकी मुश्किलें खत्म नहीं हुई हैं। विजय की धमकी और राहुल का साया अभी भी उसकी ज़िन्दगी में मंडरा रहा था। आर्यन ने उसे समझाया कि वह किसी भी हाल में उसका साथ नहीं छोड़ेगा, लेकिन समीरा के मन में डर अभी भी बसा हुआ था।
समीरा की बेचैनी
रात के अंधेरे में भी समीरा को विजय की आवाज़ कानों में गूंजती महसूस हो रही थी। वह करवट बदलकर सोने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मन में एक अजीब-सा डर था।
सुबह होते ही उसने आर्यन को कॉल किया।
"आर्यन, मुझे ऐसा लग रहा है कि विजय और राहुल अभी भी कुछ बड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।"
आर्यन ने उसे शांत करने की कोशिश की, "तुम घबराओ मत, मैं तुम्हारे साथ हूँ। हम पुलिस में शिकायत कर चुके हैं, अब विजय को दोबारा कुछ करने की हिम्मत नहीं होगी।"
लेकिन समीरा जानती थी कि यह सिर्फ उसका भ्रम था।
नए खतरे की दस्तक
दोपहर को जब समीरा अपने ऑफिस के बाहर निकली, तो उसे एक काला लिफाफा गिरा हुआ दिखा। उत्सुकतावश उसने उसे उठाया और खोलकर देखा।
अंदर एक चिट्ठी थी – "तुम जितना भागोगी, उतना ही हम तुम्हें खोज लेंगे। यह खेल अभी खत्म नहीं हुआ समीरा!"
समीरा के हाथ काँपने लगे। यह साफ था कि कोई उसे देख रहा था। उसने चारों ओर देखा, लेकिन कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं दिखा।
आर्यन की चिंता बढ़ी
समीरा ने तुरंत आर्यन को फोन लगाया।
"आर्यन, मुझे एक धमकी भरी चिट्ठी मिली है।"
आर्यन तुरंत उसके पास पहुँचा और चिट्ठी पढ़ते ही उसका चेहरा गंभीर हो गया।
"ये लोग बाज़ नहीं आने वाले। हमें कुछ करना होगा।"
सलोनी की वापसी?
इस बीच, एक और शख्स समीरा की ज़िन्दगी में वापसी करने वाला था – सलोनी!
विजय और राहुल ने सलोनी से संपर्क किया और उसे समीरा के खिलाफ भड़काया।
"तुम्हें तो याद ही होगा कि कैसे समीरा ने तुम्हें और राहुल को अलग कर दिया था?" विजय ने सलोनी के कान भरे।
सलोनी के मन में समीरा के लिए गुस्सा पहले से था, अब विजय उसे और उकसा रहा था।
"अगर तुम चाहो तो इस खेल में हमारी मदद कर सकती हो," विजय ने मुस्कुराते हुए कहा।
सलोनी ने कुछ देर सोचा और फिर धीरे से बोली, "क्या करना होगा?"
एक नई साज़िश
विजय, राहुल और सलोनी ने मिलकर समीरा को खत्म करने का एक नया प्लान बनाया। इस बार वे सीधे हमला नहीं करने वाले थे। इस बार वे समीरा को मानसिक रूप से तोड़ना चाहते थे।
"हम ऐसा जाल बिछाएँगे कि वह खुद हमारी तरफ़ खिंची चली आए," विजय ने एक खतरनाक हंसी के साथ कहा।
समीरा की उलझन
समीरा को अब हर वक्त ऐसा महसूस हो रहा था कि कोई उसे देख रहा है। आर्यन ने उसके लिए सिक्योरिटी बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन समीरा जानती थी कि यह लोग इतनी आसानी से हार मानने वाले नहीं थे।
रात होते ही उसके दरवाजे पर फिर से एक लिफाफा पड़ा मिला। इस बार उसमें सिर्फ एक शब्द लिखा था – "जल्द मिलते हैं..."
समीरा के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। यह साफ था कि अब खेल और खतरनाक होने वाला था।
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(अगले एपिसोड में: क्या सलोनी वाकई समीरा को धोखा देगी? विजय और राहुल की अगली चाल क्या होगी?)