Bewafa - 24 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | बेवफा - 24

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बेवफा - 24

एपिसोड 24: नया मोड़

समीरा को अब लगने लगा था कि उसकी ज़िन्दगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है, लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि यह सुकून ज्यादा देर तक टिकने वाला नहीं था।

आर्यन की चिंता

आर्यन पिछले कुछ दिनों से समीरा के बदले हुए व्यवहार को नोटिस कर रहा था। वह जानता था कि सलोनी और राहुल अब समीरा की ज़िन्दगी से बाहर जा चुके हैं, लेकिन फिर भी कुछ था जो उसे परेशान कर रहा था।

"समीरा, क्या सब ठीक है?" उसने एक दिन उसके सामने बैठते हुए पूछा।

समीरा ने हल्की मुस्कान के साथ सिर हिलाया, "हाँ, सब ठीक है आर्यन। बस ज़िन्दगी को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रही हूँ।"

लेकिन आर्यन को उसकी आँखों में एक अनकहा डर साफ़ दिख रहा था।

राहुल का नया दांव

राहुल भले ही समीरा की ज़िन्दगी से बाहर था, लेकिन उसकी नफरत खत्म नहीं हुई थी। उसने जेल के अंदर से ही एक खतरनाक चाल चलने की योजना बना ली थी।

"अगर मैं जेल में हूँ, तो इसका ये मतलब नहीं कि खेल खत्म हो गया। समीरा को चैन से जीने नहीं दूँगा!" उसने गुस्से में अपने वकील से कहा।

उसने सलोनी से गुप्त रूप से संपर्क किया और उसे समीरा के खिलाफ एक नया षड्यंत्र रचने के लिए उकसाया।

समीरा पर मंडराते नए खतरे

एक शाम, जब समीरा अपनी नई नौकरी से घर लौट रही थी, उसे लगा कि कोई उसका पीछा कर रहा है। उसने चारों ओर देखा, लेकिन सड़क पर सिर्फ इक्का-दुक्का लोग थे।

"क्या मैं ज़्यादा सोच रही हूँ?" उसने खुद से कहा और अपनी चाल तेज कर दी।

लेकिन अगले ही पल, किसी ने पीछे से आकर उसका हाथ पकड़ लिया।

"तुम इतनी आसानी से नहीं बच सकती समीरा!" एक जानी-पहचानी आवाज़ उसके कानों में गूँजी।

समीरा ने पीछे मुड़कर देखा और उसका चेहरा डर से सफ़ेद पड़ गया – यह विजय था!

विजय की धमकी

"विजय! तुम यहाँ क्या कर रहे हो?" समीरा ने घबराते हुए पूछा।

विजय मुस्कराया, लेकिन उसकी आँखों में एक अजीब-सी वहशियत थी।

"राहुल ने तुम्हें छोड़ दिया, लेकिन मैं नहीं छोड़ूँगा! तुम्हें इस खेल से बाहर करने का काम अब मैं करूंगा," उसने कहा।

समीरा ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन विजय की पकड़ मजबूत थी।

"तुम्हारी ज़िन्दगी पहले ही बर्बाद हो चुकी है समीरा, अब और भी मज़ा आएगा," विजय ने उसकी ओर खतरनाक इशारा किया।

आर्यन की एंट्री

तभी अचानक पीछे से किसी ने विजय का हाथ पकड़ लिया और ज़ोर से खींचकर उसे समीरा से दूर कर दिया।

"हाथ लगाने की हिम्मत भी मत करना!" आर्यन की गुस्से से भरी आवाज़ हवा में गूँजी।

विजय ने उसकी ओर देखा और हँसते हुए बोला, "ओह! तो ये तुम्हारा नया रक्षक है?"

आर्यन ने बिना कुछ कहे विजय को ज़ोर से धक्का दिया, जिससे वह जमीन पर गिर गया। समीरा ने तुरंत अपने फोन से पुलिस को कॉल किया।

"तुम दोनों को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा!" विजय गुस्से में बोला और वहाँ से भाग गया।

नया डर

समीरा कांप रही थी। आर्यन ने उसे संभाला और उसकी आँखों में झाँककर कहा, "तुम्हें डरने की ज़रूरत नहीं है, मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ।"

लेकिन समीरा जानती थी कि यह सिर्फ एक शुरुआत थी। राहुल और उसके लोगों का खेल अभी खत्म नहीं हुआ था।


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(अगले एपिसोड में: विजय और राहुल मिलकर समीरा के खिलाफ क्या नई चाल चलने वाले हैं?)