Marriage Deal - Ek Anokha Rishta - 10 in Hindi Love Stories by Sony books and stories PDF | मैरेज़ डील - एक अनोखा रिश्ता - 10

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मैरेज़ डील - एक अनोखा रिश्ता - 10

होटल के कांफ्रेंस हाल में राठौड़ ग्रुप के आफिस मेंबर्स राजबीर का वैट कर रहे थे।लिफ्ट के पास उस मीठी सी टक्कर के वजह से... राजबीर का दिमाग थोड़ा उलझ सा गया था। इस लिए मीटिंग में वो दस मिनिट देर से पहन्चा।जेसे ही वो कांफ्रेंस हाल में पहनचा वहां पहले ही सब पहँच चूके थे।

"सॉरी"... बोलते हुए वो अन्दर एंटर करता हे।

"हैप्पी बर्थ डे ब्रो। वैसे...राठोड़ ग्रुप ऑफ कम्पनी में पंचुअल होना सबसे जरूरी नियम हे.... एसा बिक्रम राठौड़ जी ने कहा है।"ये शक्ति था... जो ...जान ता था के राजवीर अपना बर्थ डे याद तक नहीं कर ना चाहता और वजह भी शायद उसे अच्छे से पता था।लेकिन फोर भी उसे बस गुस्सा दिलाने केलिए उसने जान बुझ कर विश किया था।

राजवीर के जाते कदम रुक गए। वो करीब आते हुए शक्ती के पास खड़ा हो गया। बस अपने  आग उगल ते नज़रों से उसे घूर ने लगा। शक्ती के चहरे पर डर साफ दिख तो रहा था फिर भी वो खुद को संभाल ते हुए बोला..." ब्रो... अगर आप अपने बर्थ डे केलिए busy हैं तो हम लोग भी कोई फ्री नहीं बेठे हैं। एक तो दिल्ली में होने वाली बोर्ड मीटिंग को मुंबई में शिफ्ट करवा दिया, और उस में भी आप ही देर से आए ।"

शक्ती कुछ और बोल ता बिक्रम जी ने विजय जी को आंखे दिखाते हुए उसे रोक ने केलिए कहा।"....शक्ती.. शट योर माउथ।"विजय जी ने शक्ती को रोक ते हुए बोला।

फिर राजवीर के तरफ देख ते हुए वो बोले...."सॉरी, तुम बैठो मीटिंग स्टार्ट कर ते हैं। में शक्ती को समझा दूंगा।"

"बेहेतर होगा मिस्टर विजय राठौड़, के ...आप अपने बेटे को अपने तरीके से समझा दें। क्यों के में अगर अपने तरीके से समझाने लगा तो स्सायद आप को और आपके दुसरी वाइफ दोनो को.... मेरा तरीका पसंद नहीं आयेगा ।।"

इतना बोल वो अपने चेयर के तरफ जाने लगा तो थोड़ा सोच फीर रुक ते हुए बोला...."बर्थ डे मना ने के इलावा भी मेरे बहत से काम हैं।".. इतना बोल ते हुए वो विजय जी के तरफ एक नफरत भरी नजर डाल बोला..."आई एम रनिंग माय ओन कम्पनी ... तुम्हारे तरह राठौड़ ग्रुप के पैसों से पल नहीं रहा हूं। क्यों के तुम्हारे तरह मुझे अफोर्ड कर सके , नाहिं मेरे बाप की इतनी औकात है, और नहिं मुझे उनकी जरुरत।"

इतना बोल ते हुए वो अपने जगह के तरफ जाने लगा तो बिक्रम जी ने उसे रोक ते हुए अपने सीट पर बैठ ने केलिए कहा।ये सुन वकील साहब के इलाबा सारे बोर्ड मेंबर शॉक्ड हुए बिक्रम ज़ी को देख ने लगे।

शक्ती और विजय जी के पैरों के निचे से तो जमीन ही निकल गईं थी।क्यों के बिक्रम जी के बाद तो उस जगे को हक दार विजय जी ही थे।सब को इतने असमंजस में देख बिक्रम जी ने बोल ना सुरु किया...."आज ये मीटिंग इस लिए रखी गईं हे क्यों के आज में एक इंपोर्टेंट अनाउंसमेंट कर ने जारहा हूं। आज के बाद से मे राठौड़ ग्रुप से अपने सारे ऑफिशियल रिस्पॉन्सिबिलि मेरे बड़े पोते राजवीर राठौड़ को सौंप राहा हूं।"

फिर थोड़ा विजय जी के तरफ देख ते हुए बोले... "आज से ७०पर्सेंट के शेयर्स के साथ राजबीर ....राठौड़  ग्रुप के सारे लीगल डिसीजन खुद लेने का हक दार हे।"

फिर वो वकील साहब के तरफ देखकर इशारों में बाकी के पॉइंट्स बोल ने केलिए कहा तो ,...राजबीर एक विनिंग स्माइल लिए विजय जी और शक्ती के तरफ देख ने लगा।

वहां दुसरी तरफ माया के कैबिन में....

माया के कैबिन में अमन और माया बेठे हुए प्रिया के बुलाए हुए कैंडिडेट का वैट कर रहे थे । डोर नॉक होने के आवाज से माया ने" कम इन "कहा।

येलो कॉलर की सलवार सूट पहने और रेड दुप्पटा डाले वही भूरी आंखों वाली लङकी आंखो में मासुमियत, चेहरे पे चमक, होठों पे एक हलकी से स्माइल लिए कैबिन के अन्दर आ रही थी।उसकी उस सादगी में भी जो खुबसूरती थी ,उसमे अमन के साथ साथ माया भी कुछ पल केलिए गुम हो गई थी।

"गुड आफ्टर नून सर एंड मैडम।"मानबी की उतनी ही आवाज  संगीत के सुर जेसी अमन के कानो में गूंज रहीं थी।अमन की आंखे तो मानवी से उठ ही नहीं रही थी। माया ने गुड आफ्टरनून बोल ते हुए अमन के तरफ देखा तो.....वो तो जेसे आंखो ही आंखो में मानबी को पी रहा था।माया ने गले में खीच खीच की आवाज कर ते हुए अमन को कहा...."अमन... मानबी विश कर रही हे।""Ohhh....ya...yaa...good afternoon... मानबी "।

बोल ते हुए अमन हवाओं से जमीन पे आगया।

"तुम फैशन डिजाइनिंग कर रही हो...राइट????"माया ने पूछा।

"जी "... बस इतना ही जवाब दिया मानबी ने.... ये अलग बात है कि अमन बस उसे सुन ते ही रहना चाहता था।

"देख ने के अलावा तुम सवाल भी पुछ सक ते हो।"......माया ने अमन के तरफ देख ते हुए बोला।

"शट अप माया... में देख नहीं रहा था.. बल के सोच रहा था।"थोड़ा सरमिंदा होते हुए अमन ने बोला।

"अच्छा ऐसा क्या सोच रहे थे के उसके लिए तुम्हे मानबी को घूर ने की ज़रुरत पड़ गई।"माया ने मजाकिया अंदाज से कहा तो अमन और मानबी दोनो ही इधर उधर देख ने लगे।

अमन कुछ गुस्से से बोल पड़ा......"माया डार्लिंग..... मैं ये सोच रहा था के इसकी जो होने वाला डेविल बॉस हे... उसके ज्वालामुखी के आगे ये गुलाब की पंखुड सी दिखने वाली मासूम सी लड़की.... कितने दिन... नहीं... बल्के कितने मिनिट टिक पाएगी।"फिर चिंता जता ते हुए उंगलियों से अपने माथे को रब करते हुए बोला...."ये हिरण हे.... और वो सेर हे... समझ रहो हो ना तुम...निगल जाएगा इस और डकार भी नहीं लेगा।"

माया सोच में डूबो हुई मानबी के तरफ देख ते हुए बोली..."में भी यही सोच रही थी।... राजबीर के एक ही चीख से ये तो रो ही पड़ेगी बेचारी।"

प्रिया कुछ बोल ने जा रही थो मानबी उसे रोक ते हुए बोली...."मैडम... प्लीज़... मुझे बस एक हफ्ता दिजिए बीना कोई शिकायत किए और बिना कोई प्राब्लम क्रिएट किए अगर मैं ये एक हफ्ता टिक जाति हूं... उसके बाद ही अगर आप कोई फैसला ले तो.... मुझे इस जॉब की बहत ज़रुरत है????"मानबी की बात सुन माया और अमन एक दूसरे को देख ने लगे।

दुसरी तरफ होटल में.......

उनके बदले राजबेट का एमडी बन ना सायद एक पल को विजय समझ भी जाते लेकिन.... राजबीर के नाम राठौड़ ग्रुप का ६० पर्सेंट के शेयर्स नाही विजय जी को हजम हो रहे थे, और नाही शक्ती को।शक्ती गुस्से से दांत पीसते हुए बिक्रम जी को कुछ बोल ने ही जा रहा था ,बिजाये जी ने उसके हाथों को पकड़ ते हुए उसे नहीं में इशारा किया।लेकिन दोनो को हो ये पता नहीं था के ये तो बस झटकों की शुरुवात थी।

वकील साहब नने बोलना शुरू किया....राजबीर राठौड़ कम्पनी के ६० पर्सेंट के साथ हर डिसीजन लेनेकी अथॉरिटी रख ते हैं। कम्पनी के २०पर्सेंट के शेयर्स राजवीर की वाइफ Mrs मेहेक  राजवीर राठोड़ के नाम हे। बाकी के २०पर्सेंट बोर्ड मेंबर्स mr पार्थ मित्तल ,mr विजय राठौड़ ,mr कनिका अबस्ती और शंकर शास्त्री के नाम इक्वली डिवाइडेड हे।

मेहेक की २० पर्सेंट शेयर की बात तो विजय जी और शक्ती के साथ साथ राजवीर केलिए भी बेहद शॉकिंग था। पर इस वक्त उसने कोई रेक्टेशन नहीं दी ,बस बिक्रम ज़ी के तरफ एक नजर डाला ।और बिक्रम जी उसे देख बस मुस्कुराने लगे।राजबीर उन से नजर फिराते हुए कनिका जी के तरफ देख ते हुए बोला ...."कनिका जी.... एकाउंट्स डिपार्टमेंट आप के अंडर आता हे...राइट???"

कनिका जी"यस mr राठोड़ "बोल ते हुए कुछ डिटेल्स के फाइल्स राजवीर को दिखाने लगे।

राजवीर एक नजर उन फाइल्स पर डाल बोला...."ऑफिस में पर्सनल अननेसेसरी एक्सपेंसेज बहत ज्यादा हो रहे हैं। इन्हे रोकिए कनिका जी।""Mr राठोड़ पर्सनल एक्सपेंस बस राठौड़ फेमिली मेंबर्स केलिए ही हे।"कनिका जी बोले।"तो बंद कर दिजिए।".... राजवीर एक टक शक्ती और विजय जी के तरफ देख ते हुए बोला।

"ये कम्पनी हमारी हे... तो ...

शक्ती ने कुछ गुस्से से कहा तो राजवीर उसे रोक ते हुए टेबल पर हाथ पटक ते हुए चिल्ला कर बोला...."जी नहीं mr शक्ति।.... ये कम्पनी mr बिक्रम राठौड़ और उनका साथ देनेवाले हर स्टाफ और मजदूरों की हे।"

फिर विजय जी के तरफ देख ते हुए बोला...."अगर किसीको भी अपने वाइफ केलिए कीमती जूलरी,घर,, बेटे केलिए लिमिटेड एडिशन गाड़ी या वर्ल्ड टूट कर नि हे... तो प्लीज़ वो अपने खुद के एक्सपेंस से करें। नाहिं के कम्पनी से।"

"व्हाट द फा***"? शक्ती ने गुस्से से बोला 

राजबीर ने शक्ती के तरफ एक डेविल नजर डाल ते हुए mr मित्तल के तरफ देख ते हुए बोला....."mr मित्तल... आप HR संभाल ते ही... राइट?""यस mr राठोड़ "।...mr मित्तल ने बोला।

"तो बता सकते है mr शक्ति यहां कौन से पोजिशन पर हैं और किस काम को सैलरी मिलती है इन्हे"???राजबीर ने पूछा तो....mr मित्तल बीना कुछ कहे बस विजय जी के तरफ देख ने लगे।

"यू आर नॉट अंसवरेबल टू हिम... mr mittal .... यू आर अंसरलेबल टू मि।"राजबीर ने कहा।

ये सुन mr मित्तल ने धीमे वाइस से कहा...."वो आफिस नहीं आते... बस सैलरी इनके अकाउंट में पहंच जाति हे।"

"अब से नहीं पहँचे गी।.... अब से जीतना काम उतनी सैलरी होगी।" राजवीर वार्निंग भरा अंदाज से बोला।बाकी कुछ पॉइंट्स डिस्कस कर ते हुए वो बोला"कोई भी ऑफिशियल प्रॉब्लम हो... "आई एम 24*7 अवेलेबल ...सो आप मुझे कभी भी कॉन्टेक्ट कर सकतें हैं। और बाकी सारे काम मेरे असिस्टेंट जय संभाल लेगा।""आई थिंक मीटिंग इस ओवर "। बोल ते हुए वो वहां से उठ ने लगा.. फीर कुछ सोच ते हुए कनिका जी के तरफ देख ते हुए बोला....

."कनिका जी... आगे से राठौड़ फेमिली की किसिभी मेंबर केलिए कम्पनी अकाउंट से पैसे अप्रूव नहीं किए जाएंगे ।और कोई अर्जेंट होगी भी तो मेरे अप्रूवल के बाद ही दिजिए गा।... और हां खास कर mr शक्ति के।...... एक और बात, आगे से कोई भी बोर्ड मेटिंग में mr शक्ति नहीं बैठेंगे। क्यों के वो एक नार्मल एंप्लॉय हैं। या फिर उतना भी उनकी औकात नहीं हे। ".....इतना बोल वो वहां से जाने लगा ।कुछ वक्त केलिए पूरे हल में खामोशी छागई।

"Mr राजवीर राठौड़....".....विजय जी के बुलाने से उसके कदम रुक गए।


To be continued ❤️