( __/)
( • . •)
( >💜💌💜 होलोलो दोस्तो भाईयो 🙏😁 और उनकी बहनों and my दिवानियो 😎😘 मैं इस स्टोरी का चौकीदार तुम्हारा बंकू तुम्हारे लिए लेकर हाजिर हु next ep
मस्तानी प्रिंसिबल सर और मनी का बैग उठाई और जैसी प्रकट हुई थी वैसे ही गायब हो गई।
प्रिंसिबल सर आखें फाड़े देखते रह गए । अब आगे ,,,
प्रिंसीबल सर भौचक्के से खड़े खुद में बोले "ये लड़की आखिर खाती क्या है?"
तभी चलते चलते मनीष अचानक से बोल पड़ा "दिमाग,,,"
प्रिंसिबल सर आंखे चढ़ाकर उसे घूरते हैं।
"म,,मेरा मतलब दिमाग उम्र के हिसाब से कुछ ज्यादा ही तेज और ताकतवर है वही से ताकत लगा लेती हैं" उन्हे ऐसे घूरते देख मनीष जो मुंह में आया बोल दिया।
वही प्रिंसिबल सर को उसका जवाब ताने के बराबर लगता हैं इसलिए उनका मुंह बन जाता हैं।
"तुमने ये जो स्प्राइज रखने को कहा है ना ये सिर्फ दो चार लोगो को ही पसंद आने वाला है बाकी के तो लात घुसे बरसाएंगे तुम पर जब उन्हें सब पता चलेगा" प्रिंसिबल सर की बात सुन मनीष मुस्कुराते हुए बोला "कोई बात नही सर मैं देख लूंगा बस आप ये स्प्राइज संभाल लो"
थोड़ी देर में वो ट्रेन के डब्बे no.6 में पहुंच जाते हैं और देखते हैं की सभी बाराती सीट पकड़ अपना डेरा जमा रहे थे।
प्रिंसिबल सर के आने तक की भनक नहीं लगी किसी को
प्रिंसिबल सर अब सोच में पड़ गए की उन्होंने ये ट्रिप देकर गलती तो नही कर दी फिर अपने ख्याल को झटक ऊची आवाज में बोले "चुप,,, चुप हो जाओ सब,,,मेरी बात पर ध्यान दो वरना अभी ट्रेन से बाहर फेक दूंगा और अपने घर पर जाकर गिरोगे" सभी जहा जगह मिला वहा पर चुप चाप मूर्ती बन बैठ गए।
"सब अपनी अपनी सीट पर बैठ गए हैं तो क्या तुम सबको ये पता है की हम कहा जा रहे हैं?" प्रिंसिबल सर का सवाल पर सभी चुप रहे और एक दुसरे का मुंह ताकने लगे इस उम्मीद में की अब तक किसी को तो इस ट्रिप के बारे में कुछ पता चल गया होगा पर सबकी चुप्पी उम्मीद को पानी में डुबकी लगाने में मजबूर कर दी।
लेकिन कुछ थे जो जानबूझकर चुप बैठे थे।
"चुप रहने को कहा था गूंगा बहरा बनने को नही" किसी को कुछ ना बोलते देख प्रिंसिबल सर दात पिस्ते हुए बोले।
सभी हड़बड़ा गए।
तभी मस्तानी ट्रेन के डब्बे में चढ़ कर बैग उतार कर बोली "सर आप ही बोले थे की ये ट्रिप एक स्प्राइज हैं तो फिर हमें कैसे पता होगा कहा जा रहे"
"हा तो,,,जैसे की मैने कहा था ये ट्रिप एक,,,एक मिनट तुम तो बैग उठाए मनू और मूझसे पहले भागते हुए निकली थी ना फिर सबसे लास्ट में कैसे एंट्री ले रही?" प्रिंसीबल सर चौंकते हुए बिच में रुक कर बोले।
"अब क्या बताऊं सर मैं हु ही ऐसी बड़े बड़े सेलिब्रेटी भी मुझसे ही एंट्री लेना सीखे है" सभी उसकी बात सुन मुंह बना लिए।
"वो एंट्री की टीचर,,,सीधे सीधे बता कहा थी अब तक अगर ट्रेन छूट जाती तो,,," रियुमा दात पिस्ते हुए बोली।
"वो मैं इधर ही आ रही थी की एक बुजुर्ग चाय वाले से टकरा गई उनका सारा चाय उनके ऊपर ही गिर गया तो मैं बैग वही पटक कर उनका भरपाई करने साइड में ले गई इसी में इतना टाइम लग गया थ्येंक गॉड ट्रेन स्टार्ट होने से पहले चढ़ गई" मस्तानी उन्हे पूरी टाइमकथा सुना दी।
ट्रेन सीटी बजाते पटरी पर चल पड़ी थी और धीरे धीरे रफ्तार पकड़ रही थी।
"अच्छा अच्छा ये सब छोड़ो मैं कह रहा था की,,,की मैं,,, मैं क्या कह रहा था? अरेरेर,,, बताओ कहा था मैं?" प्रिंसिबल सर झल्लाते हुए बोले।
सभी एक साथ चिल्ला पड़े "ट्रिप एक स्प्राइज हैं"
"हा,,, हा तो ये ट्रिप एक स्प्राइज हैं तो,,,तो जब सब पहुंच जाएंगे तो बता दूंगा क्या करना है आगे,,,"ये बोल प्रिंसिबल सर वहा से अपनी सीट की तरफ जाने लगे।
तो एक स्टूडेंट चिल्लाया "पर सर कोई तो हिट दीजिए जिससे हम सब का मन शांत हो सके"
"बस इतना बता रहा की सिर्फ 11th वाले के लिए सप्राइज है बाकी सब जो फोकट का ट्रिप हाथ लगा है उसे इंजॉय करो बस,,,तो अभी सब नाचो गाओ मौज मस्ती करो या मारो काटो जो करना वो करो बस मेरा दिमाग खराब मत करो" इतना बोल वो चल दिए जहा बाकी टीचर्स बैठे थे।
उनकी बात सुन बाकी स्टूडेंट हताश होकर खुसुर फुसुर करने लगें इससे पहले की और कोई कुछ पूछता तभी
ज्ञानेद्रीय सर की खौफ भरी आवाज आई "और किसको हिट चाहिए आए मेरे सामने प्रिंसीबल सर से भी ज्यादा जोर दार हिट दूंगा जनम जनम तक याद रखोगे" उनकी बात सुन सभी प्रिंसिबल सर के आदेश पालन करने में लग गए ऐसा बीहेव कर रहे थे जैसे कुछ सूना ही ना हो
मस्तानी रियू की गोद में बैठ कर "मेरी सीट तो बड़ी मस्त है हवा से बातें करने लगती हैं"
"सच में ?" मनीष हैरानी से बोला।
"हा अभी देखना हवा जैसे तेज आवाज आएगी और,,, मम्मीईईई,,," मस्तानी बोलते हुए चीख पड़ी। दरअसल रियुमा सामने से आ रही एक लड़की को देख मुंह बनाते हुए अपना पैर जो वो एक दुसरे से चिपका कर बैठी थीं अलग कर दी और मस्तानी अपनी आधी बात पर ही धम्म करके गिर पड़ी।
"मस्तीईईई,,,," मनीष जोर से चीखा और उसे उठाने को उसकी ओर लपका।
"क्या कर रही रियू,,,?" मस्तानी रोनी सूरत बनाकर बोली।
"रियु ये क्या किया अभी चोट लग जाती तो?" मनीष मस्तानी उठा कर बोला।
"ओह सो सो सॉरी मेरी जान मेरा ध्यान नहीं था लगता हैं एक मनहूस ने ग्रहण डाल दिया" ध्यान मे आते ही रियू हड़बड़ाकर सामने घूरते हुए बोली।
दोनो उसकी बात समझ गए और अपनी अपनी सीट पर चुप चाप फैल कर बैठ गए हालाकि मनीष के बगल वाली सीट खाली थी जिसमे कोई और बैठने वाला था।
पर वो लड़की आई और हैरानी का दिखावा करते हुए बोली "हाय मनीष तुम भी ट्रिप पर जा रहें" इससे पहले की मनीष जवाब देता
"नही उसका भूत जा रहा" रियुमा चिढ़ते हुए बोली।
"व्हाट?" वो लड़की चौंकते हुए बोली।
"व्हाट की अंधी दिखता नहीं मनी हम सबके बीच में ही है फिर भी दिमाग सटकाने वाला सवाल कर रही" मस्तानी मुंह नाक सिकोड़ कर बोली।
"मनीष देखो ना किस तरह बिहेव कर रही ये दोनों मेरे साथ" वो लड़की रोने का ढोंग करते हुए बोली। मस्तानी और रियुमा उसे आखें चढ़ा कर घूरती हैं।
( __/)
( • . •)
( >💜💌💜 होलोलो दोस्तो भाईयो 🙏😁 और उनकी बहनों and my दिवानियो 😎😘 चिंता मत करो ये धनेशी सिर्फ कुछ ही समय की मेहमान है न ना ना,,कोई मर्डर नही कर रहा शरीफ बंदा हु यार कुछ भी सोचते हो चलो by मिलते next ep में बने रहे स्टोरी के साथ।