bewafa - 14 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | बेवफा - 14

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बेवफा - 14

रेन = ' क्या कर सकते है भाई. ये तो दुनिया है. यहा कुछ भी हो सकता है. तो प्लीज हमेशा बच कर चलो. किसी से मत भिड़े काम बनता है. निकल लो, हा अगर सामने वाला बंदा अपने को लेकर लॉयल है. तो वे फिकर चाह रखो. पर अगर वो लॉयल नही है. तो फिर उसके साथ वैसे ही रहो. जैसे वो आपके साथ रहता है. '

बंटी = ' हा भाई ये बात तो आप ने बहुत अच्छी और सच्ची कही है. इंसान को ना ज्यादा किसी और पर भरोसा नहीं करना चाहिए. उसको ना स्वयम पर विश्वास रख कर चलना पड़ता है. '

सलोनी = ' विजय जी सुनो ना. आप को नही लगता की अब हम सब को जाना चाहिए. देखिए ना अब तो समीरा जी के भाई भी आ गए है. तो अब मुझे लगता है. की अब हम सब को निकल ना चाहिए. '

विजय = ' हा रेन भाई समीरा जी हमे अब निकल ना चाहिए. क्यू की देखो ना काफी वक्त हो गया है. और घर वाले भी टेंशन में होंगे. की हम लोग अभी तक घर गए क्यू नही. '

रेन और समीरा = ' अच्छा ठीक है आप लोग अब जाए में हु. सोमी के पास अगर टाइम मिले तो कल वापस आना ठीक है. क्यू में सही कह रहा हु ना सोमी, हा भाई आप सही कह रहे ही. प्लीज आप सब अब घर जाकर थोड़ा आराम कर लीजिए. और कल वक्त मिले तो आजाना वापस ठीक है. और अब मुझे थोड़ा सा अच्छा फील हो रहा है. आप अब चिंता मत करो ठीक है. में अब ठीक हो जाऊंगी. '

राहुल ' अच्छा तो सुनो सब लोग में तो कही नही जा रहा भाई. में तो यही रहूंगा समीरा जी के पास. और यही रहूंगा जब तक ठीक नही हो जाती. मुझे कोई भी मत कह ना जाने के लिए. '

सौम्या = ' डोंट वरी भाई अब तुम्हे कोई नही बोलेगा बाबा की तुम भी अब जाओ घर पर क्यू की अब तो ये तुम्हारी जिमेददारी है. तो निभानी तो पड़ेगी. इस लिए घर जाने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता ना. '

बंटी = ' हा हो भाई कही पर जाना मत समीरा जी को छोड़ कर. वरना पता है रेन भाई तुम पर बारिश बन कर बरस पड़ेंगे और फिर तुम उसी बारिश के बहते हुए पानी में बहते हुए दिखोगे. '

समीरा = ' अरे आप सब मेरे राहुल जी की टांग खेचना बंद करो. वो ऑलरेडी पूरे दिन से परेशान है मेरे लिए. अब और नही परेशान करो मेरे दीवाने को प्लीज उससे अब बक्श दो. '

विजय = ' ओहो क्या बात है. अभी से मेरे राहुल जी. वाह भाई अच्छे जा रहे हो. ठीक है फिर लगे रहो और क्या. हम भी फिर निकल ते है. अपनी गली लेकिन अपनी गली ना थोड़ी खाली खाली सी है. '

समीरा = ' कोई बात नही विजू भाई. आपकी ये खाली खाली सी गलियों में एक राज कुमारी जैसी लड़की जरूर आयेगी. आप चिंता मत करो. आपके हाथ भी पीले होंगे. आपकी भी बहुत जल्द शादी होगी. '


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