unknown connection - 28 in Hindi Love Stories by Heena katariya books and stories PDF | अनजान रीश्ता - 28

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अनजान रीश्ता - 28

पारुल सेम के साथ आइस्क्रीम शॉप पर पहुंचती हैं। वह टेबल पर बैठे हुए आज जो भी हुआ उस बारे में सोच रही थी। की सेम उसकी फेवरेट आइस्क्रीम लेके आता है । जिससे पारुल सेम की ओर एक हल्की सी मुस्कुराहट देते हुए उसे शुक्रिया कहती है। पारुल समझ नहीं पाती की वह इतनी बैचैन क्यों है। अब एसा तो कुछ है नहीं की अविनाश उसका दोस्त हो या वह उसे जानती हो। वह फिर इतना दर्द क्यों महसूस कर रही है । वह यह बाते सोच ही रही थी कि सेम उसे सोच में से बाहर लाते हुए कहता है -

सेम: ओह!!! हेल्लो मैडम कहा खोई हुई हो? कमाल है यार जब से हम कॉन्सर्ट से आए हैं तब से तुम अजीब बरताव कर रही हो? सब कुछ ठीक तो है ना?
पारुल: सेमम.. ( मुस्कुराते हुए) कुछ नहीं आई एम् जस्ट टायर्ड नथिंग इल्स।
सेम: आई डोंट थिंक सो !! बीकोज यू आर फिजिकली विथ मी बट मेंटली यू आर समवेर एलस । एंड बाय ध वे इफ यूं फॉरगेट इट धेन लेट मी रिमाइंड यू टुडे इस माय बर्थडे बाय ध वे फॉर योर काइंड इंफॉर्मेशन । ( पारुल की ओर देखते हुए)
पारुल: ( सेम की ओर देखते हुए खुद को गिल्टी फिल करती है। की वह कितनी बेवकूफ है कि बेकार खयालों में डूबी है । ) सेम ... ( हिचकिचाते हुए) क्लोज... योरर... आयस... ( मुस्कुराते हुए ) ।
सेम: हन!! ( पारुल की ओर एक असाइब्रोज को ऊपर करते हुए ) ( मुस्कुराते हुए) क्यों किस करने का इरादा है । अगर हा फिर तो में बिल्कुल क्लोज नहीं करने वाला। मुझ जैसे शरीफ इंसान की इज्जत लूटने का इरादा है क्या?? ( झूठ मूठ का चिल्लाते हुए)
पारुल: ( पारुल सेम की ओर बड़ी आंखे करते हुए आश्चर्य में देखती है । फिर आसपास देखती है । सभी लोग उन दोनों की ओर देख रहे थे । पारुल सभी की सोरी के तौर पर मुस्कुराती है । फीर सेम की ओर गुस्से में देखती हैं ।) कुत्ते; कमीने; अक्कल से पैदल इंसान देख तो तो कहा है हम और क्या बोल रहे हो तुम। गधे; उल्लू के पढ़े; आई वील किल यू सेम।
सेम: (मुस्कुराते हुए पारुल की ओर देखता है । और कुछ कहता नहीं ) .....
पारुल: ( सेम को मुस्कुराते हुए ओर गुस्सा हो जाती हैं। ) बाय गोड सेम के बच्चे उल्लू के पट्ठे अगर तूने मुस्कुराना बंद नहीं किया तो मै तुम्हारा ये हेंडसम चहेरा बिगाड़ दुगी।
सेम: ( जोर जोर से हंसते हुए पारुल की ओर देखता है । ) सीरियसली पारो!!! तुम गुस्से में भी मुझसे फ्लर्ट कर रहीं हो।
पारुल: ( गुस्से में सेम की ओर देखते हुए ) फ्लर्ट !!! आई विल किल यू ( कहते हुए सेम की सीट की ओर जाती है । जैसे ही वह सेम को मुक्का मारने वाली होती है । सेम उसके दोनों हाथ पकड़ लेता है ।)
सेम: ( पारुल की ओर मुस्कुराते हुए ) नेवर ... नेवर... एवर ... हर्ट ओर मैक योरसेल्फ सेड इवन फॉर समवन यूं ल लव .. बीकोज इट डज नोट शूट योरसेल्फ । सो बी हैप्पी प्लीज अटलिस्ट फॉर मी ।
पारुल: ( सेम की ओर आश्चर्य मै देखती है ओर समझ नहीं पाती वह क्या कह रहा है। लव?) सेम.... वो..
सेम: ( पारुल की आखों में देखते हुए ) अभी कुछ भी ना सोचो तुम पारो । आगे समझ जाओगी की में क्या कह रहा हूं। पर पता है फनी क्या है । मेरी किस्मत में वो नहीं है फिर भी में उसे चाहता हूं । एंड इट्स हर्ट ( अपने दिल की ओर उंगली करते हुए कहता है )
पारुल: ( सेम की ओर देखती हैं क्या बोले उसे समझ नहीं आ रहा है । सेम जिस तरह बात कर रहा है । मानो वो दर्द में है ।) सेम.. तुम ठिक हो?? आई एम हयर विथ यू एंड ओल वेयस धेयर फॉर यू नो मेटर वोट डू यूं नो धेट राइट ( मुस्कुराते हुए)
सेम: ( सेम की ओर मुस्कुराते हुए) बाय ध वे पारो वी आर टू क्लोज वी केन किस इफ यू डोंट माइंड ( मुस्कुराते हुए पारुल को चिढ़ाता है।)
पारुल: ( गुस्से में सेम की ओर देखती हैं।) आ गया ना ओकात पे । दीमक के कीड़े कहीं के हमेशा दिमाग में गंदगी ही भरी है ।
सेम: ( जोर जोर से हंसते हुए ) धेट्स लाईक माय पारो । बट नाउ आई एम् क्लोजिंग माय आयस सो डू वोट एवर यू वोंट आई ओल योरस ( मुस्कुराते हुए पारुल को ओर चिढ़ाता है। ओर उसके हाथ छोड़ते हुए आंखे बंद कर लेता है ।)
पारुल: ( सेम की ओर गुस्से में देखते हुए ) सेम के बच्चे सच में कह रही हूं आज तेरा बर्थ डे ना होता तो तेरा खून मेरे हाथ से ही होता ।
सेम: ( मुस्कुराते हुए) पारो अब जल्दी भी करो यार इतनी देर मुझसे सब्र नहीं होता तुम्हारा खूबसूरत चहेरे को देखे बिना नहीं रह सकता मै ।
पारुल: ( पारुल शर्म की वजह से उसके गाल लाल हो जाते है ओर उसके चहेरे पे एक मुस्कुराहट आ जाती हैं । कुछ कहती नहीं ओर अपने बैग में से एक बॉक्स निकलती हैं । बॉल्स को खोलते हुए। सेम के नजदीक जाती है । उसके गले में एक चैन पेंडनट पहनाते हुए कहती हैं। ) सेम ये जो गिफ्ट है । बहोत ही खास है । क्योंकि ये उन सभी यादों के साथ जुड़ा है जो हम दोनों ने साथ में बिताई है। अब देख सकते हो तुम ।
सेम: ( आंखे खोलते हुए वह अपने गले में देखता है । एक हाल्फ मुन एंड हाल्फ स्टार था । ) पर ये हाल्फ मुन ये हाल्फ स्टार क्यों?
पारुल: ( मुस्कुराते हुए) क्योंकि जब भी हम दोनों एक दूसरे से दूर होंगे तो यह याद रहेगा की हम दोनों में से एक मिसिंग है ।
सेम: ( मुस्कुराते हुए पारुल की ओर प्यारभरी नजरो से देखते हुए ) थैंक्यू फॉर ध पेंडट एंड फॉर ओल सपोर्ट । इवन इफ आई एम् फार फ्रॉम यू धेन आई एम् ओल रेड्डी हाल्फ बिकोज आई कांट कमपलीट विथ आऊट यू । ( पारुल को गले लगा लेता है।)
पारुल: ( पारुल समझ नहीं पाती क्या करे । पर फिर वह सेम को गले लगा लेती हैं । हंसते हुए ) सेम तुम आज कल काफी बड़ी बड़ी बात करने लगे हो । मुझे तो मेरा पुराना वाला सेम ही पसंद है । जो लोगो को इतना परेशान करे की सामने वाला इंसान इरिटेट हो जाए ।
सेम: ( मुस्कुराते हुए पारुल की ओर देखते हुए। ) बेब क्या बात है । पहले हेंडसम अब मेरा सेम क्या इरादा क्या है । अभी यहीं पर पंडित बुलवाना है । आई डोंट माइंड इट इफ धेट्स वोट यू आर थिंकिंग ( पारुल की ओर विंक करते हुए )
पारुल: ( मुस्कुराती भी गुस्सा भी होती हैं साथ में ) अहह!! तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता ।
सेम: ( जोर जोर से हंसते हुए ) इसी लिए तो तुम्हे चुना है ताकि तुम मुझे ठीक कर सको । ( विंक करते हुए )
पारुल: ( शरमाते हुए इधर उधर देखने लगती है ।)
सेम: ( जोर जोर से हंसते हुए ) हानहाहाहाहा!! यूं आर वेय मोर क्यूट बट नाउ बिफोर आई लुस माय कंट्रोल ऑन योर इनोसेंस लेट्स गो अधरवाईस आई विल किस यू ।
पारुल: ( शर्म कि वजह से ओर भी लाल हो जाती हैं ) या....
सेम: ( जोर जोर से हंसते हुए ) आहानहाहाहाहा ओह गोश वॉट आई डू विथ यू । योर क्यूटनेस इस किलिंग मी ।

पारुल ओर सेम दोनों ही शॉप से बहार जाते हुए बात कर रहे थे । तभी सेम कार ड्राइव स्टार्ट करते हुए पारुल की ओर देखता है और मुस्कुराते हुए सोचता है कि वह इतना प्यार में कैसे पढ़ गया । ये जानते हुए भी की पारुल के लायक वह नहीं है । ना ही पारुल उसे प्यार करती हैं । उसे इस बात का दुख नहीं है कि उसने पारुल से प्यार किया । बल्कि ये तो उसकी लाईफ का सबसे खास पल था कि उससे पारुल से प्यार हुआ । पर जब पारुल को किसी ओर से प्यार होगा तब क्या करेगा । उसे जाने तो देगा पर पारुल के बगैर वो रहेगा कैसे। उसकी ये मासूमियत उसका गुस्सा उसका पागलपन सब कैसे भूल पाएगा वो । यह सोचते हुए वह कार की स्पीड और भी बढ़ाते हुए रात के अंधेरे ओर सन्नाटे में यही सोचते हुए वह पारुल की सोच में इतना डूब जाता है कि वह कब पारुल के घर पहुंच गया उसे पता ही नहीं चला। पारुल सेम को बाय कहते हुए गाड़ी से बहार निकलती हैं। सेम पारुल को अपने घर जाते हुए देखता है । और फिर अपने घर की ओर जाने के लिए कार स्टार्ट करता है ।