unknown connection - 25 in Hindi Love Stories by Heena katariya books and stories PDF | अनजान रीश्ता - 25

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अनजान रीश्ता - 25

पारुल और सेम दोनों ही स्टेज से जा रहे थे । तभी शो का होस्ट पारुल और सेम को रुकने के लिए कहता है जिससे पारुल सेम को कहती है की वह काफी थक गई है तो सेम उसे कहता है बस थोडी देर और । उसके बाद वह उसके आइस्क्रीम शॉप पे ले जाएगा जिससे पारुल के चहेरे पे मुस्कान आ जाती है । जिस तरह सेम उसका ध्यान रख रहा है। वह ऐसे सेम की ओर देखते हुए मुस्कुरा रही थी और सोच में डूबी थी। तभी सेम उसे खयालों से बहार लाते हुए कहता है की वह किस सोच में डूबी है ।और उसकी और देखते हुए कब से मुस्कुरा रही है । तभी पारुल इधर उधर देखते हुए अपनी पागलपंती पर शर्म से लाल हो जाती है ।जिस पर सेम जोर जोर से हंसते हुए पारुल के चहेरे को अपनी ओर करते हुए कहता है । ओह माय स्वीट एंड लवली पारो जितना चाहो उतना मेरी और देखकर मुस्कुरा सकती हो आफ़टर ओल तुम्हारा हक बनता है। पर तुम अगर यूं प्यार भरी नजरो से मुझे ऐसे देखोगी तो में बिना हार्टअटैक के ही मर जाऊंगा। जिससे पारुल सेम के हाथ पर एक मुक्का मारती है और कहती है। (गुस्से में )ये क्या बात बात पे मरने की बात कर रहे हो । सेम कान पकड़ते हुए पारुल को सोरी कहता है ।और कहता है की आइंदा कभी मरने की बात नहीं करेगा । पारुल फिर उसकी ओर मुस्कुराते हुए फिर से सोच में डूब जाता है । पारुल के दिमाग में सारा इंसीडेंट घूम रहा था। जिस तरह से अविनाश उसके साथ बीहेव कर रहा था । वह समज नहीं पा रही थी उसके बीहेवीयर पीछे की वजह । वह ऐसे सोच में डूबी हुई थी की तभी उसके कान में कोई धीरे से कहता है - "कहा खोई हो प्रीनसेस" । यह सुनकर वह पीछे मुड़कर देखती है। वह जानती थी यह किसकी आवाज थी।

पारुल: वो.. वो. ( इधर उधर सेम को देखती है पर वो नहीं था (
अविनाश: वो क्या प्रिंसेस लेट मी गेस... मेरे खयालों में खोयी हुई थी । राइट ..( गुस्से में पारुल की ओर देखते हुए)
पारुल: वो... में ... सेम को सेम को ... ढूंढ के आती हूं.... ( न चाहते हुए भी पारुल अविनाश को देखते ही एक डर सा लग रहा था उसे वह वहा से जा ही रही थी की अविनाश उसका हाथ पकड़ लेता है जिससे पारुल उसकी ओर गुस्से मै देख रही थी)
अविनाश: ( गुस्से में ) पहली बात ... डोंट यू डेर बात खत्म ना हो तब तक कहीं नहीं जाओगी । दूसरी बात... तुम्हे उसकी परवाह करने की जरूरत नही वो खुद को संभाल लेगा ।
पारुल: अविनाश को धक्का देते हुए ( गुस्से में)। होते कोन हो तुम मुझे कहने वाले की मुझे क्या करना चाहीए और क्या नहीं। पिता हो मेरे ? भाई हो ? बॉयफ्रेंड हो या पति हो मेरे। किस हक से कह रहे हो । कब से देख रही हूं बदतमीजी पे बदतमीजी करे जा रहे हो । मेरी जो मर्जी होगी में करूंगी । और किसकी परवाह करनी है और किसकी नही ये मुझे अच्छी तरह पता है । एंड फॉर योर काइंड इंफॉर्मेशन ही इस माय बॉयफ्रेंड सो डोंट इंटरफेयर इन अवर लाईफ डिड यू गेट धेट ।
अविनाश: ( मुस्कुराते हुए ) (पारुल के हाथ को पकड़ के अपनी और खींचता है । और उसके बालो कों उसके कान के पीछे करते हुए) प्रिंसेस ... I like it it.... जंगली बिल्ली हां ... । ओर प्रिंसेस सेकंड तुम चाहो या ना चाहो होगा तो वहीं में चाहूंगा । एंड बाय ध वे यू वील डू धेट सेम फॉर मी ...
पारुल: हन!! ?
अविनाश: ध वे यू आर सी हिम । ध वे यू केर फॉर हिम । बी प्रिपेर फॉर चेंज योर फीलींग योर टोटल लाईफ सो । ( विंक करते हुए )
पारुल: हन! हन? ( अविनाश की ओर आश्चर्य में देखते हुए बोल नहीं पाती) ....
अविनाश: ( मुस्कुराते हुए ) आई लव ईट । ध इफेक्ट ऑन यूं । ( पारुल का हाथ छोड़ देता है )
पारुल: ( बोलने ही वाली होती है ) तुम... " और क्या हो रहा है यहां " । पीछे से आवाज़ आती है ।- पारुल पीछे मुड़ के देखती है ।
सेम: मुस्कुराते हुए पारुल की ओर देखते हुए - सो व्हाट्स गोईंग ऑन ?
पारुल: वो... वो ...
अविनाश: ( पारुल की और देखते हुए) कुछ नहीं बस तुम्हारी गर्लफ्रेंड तुम्हारी काफी तारीफ कर रही थी।
पारुल: ( अविनाश की ओर घूरराते हुए देखती है ) ...
सेम: ( मुस्कुराते हुए ) ओह रीयली पारो .. क्या बात है हम कब से तुम्हारी तारीफ के काबिल हो गए ( पारुल को साइड से गले लगते हुए)
पारुल: ( सेम को गले लगते हुए अविनाश की ओर देखती है । उसके चहेरे पे जो गुस्सा था उसकी आंखे ब्राउन में से डार्क ब्राउन हो गई थी। पारुल ना चाहते हुए एक डर सा लग रहा था । जिससे वह सेम को धक्का दे देती है । तभी उसे पता चलता है उसने क्या किया तो ..) सोरी.. सोरी सेम वो सब लोग यहां है सो...
सेम: डोंट वरी पारो ... आई अंडरस्टैंड ( मुस्कुराते हुए) सो चले ....
पारुल: अम्म या...
सेम पारुल को अपना हाथ देता है जिससे पारुल हिचकिचाते हुए पकड़ती है...
अविनाश: पारुल की साइड चलते हुए .. आई मस्ट सेय मीस पारुल यू आर वेरी लकी धेट सेम जैसा ब्वॉयफ्रेंड आपको मिला ( मुस्कुराते हुए पारुल का हाथ पकड़ते हुए जिससे पारुल चोक्ते हुए उसकी ओर देखती है अंधेरे की वजह से किसी को दिखाई नहीं दे रहा था । पर पारुल की धड़कन तेज हो गई थी । )
पारुल: ...... वो.... ( पारुल कुछ कहे उसे पहले ही सेम कहता है । )
सेम: लकी पारो नहीं लकी में हूं की पारो जैसी लड़की मेरी जिंदगी में आई वर्ना मेरी ऐसी किस्मत कहां जो पारो जैसी लड़की का नाम लिखा हो । ( एसा कहते हुए सेम मुस्कुराते हुए पारुल की और प्यारभरी नजरो से देख रहा था और उसके हाथ पर एक सॉफ्ट कीस करता है )
पारुल: ( मुस्कुराते हुए सेम की ओर देख रही होती है एक पल के लिए वह अविनाश को भूल ही गई थी लेकिन जब अविनाश गुस्से में पारुल के हाथ को कस के दबाने लगता है तब पारुल दर्द के कारण कराह उठती हैं ) आऊंच...
सेम: क्या हुआ पारो तुम यह ठिक हो ? ..
पारुल: (सेम की ओर मुस्कुराते हुए अविनाश से अपना हाथ छुड़ा लेती है ) या...
अविनाश: ( गुस्से में पारुल की ओर देखते हुए) सोरी गायस
आई हैव टू गो बट यू गायस केरी ऑन ( आखिरी बार पारुल की ओर देखते हुए )

पारुल अविनाश को जाते हुए देख के मानो एक सुकून सा महसूस हुआ हो । वह पूरी तरह से डर के कारन पीली पड़ गई थी। तभी सेम उसे पूछता है की क्या हुआ। वह ठीक तो है ना। सेम को खुद के लिए इतना चिंता में देखकर पारुल मन ही मन खुश हो रही थी । और अफसोस भी हो रहा था । जिस तरह से सेम उसे प्रायोरिटी दे रहा है । वह उसे नहीं दे रही । तभी सेम चुटकी बजाते हुए पारुल को खयालों में से बहार लाता है । तभी पारुल सेम से कहती है । सेम मुझे चक्कर आ रहा है। पारुल गिरने वाली होती है । की सेम उसे पकड़ने के लिए करीब आता है । पारुल सेम के गाल पर एक किस करते हुए दूर भागते हुए कहती है - " थैंक्यू ... फॉर एवरीथिंग .. मेरी केर करने के लिए एंड मोस्ट इंपॉर्टेंट मुझे अपनी लाईफ में इतनी इंपॉर्टेंट देने के लिए..." यह कहते हुए वह जोर जोर से हंसते हुए होटल के गेट की ओर भागती है । तभी सेम को समझ आता है की पारुल ने उसके साथ क्या किया । वह मुस्कुराते हुए थोड़े गुस्से में हसते हुए पारुल के पीछे भागते हुए कहता है - "पारुल की बच्ची रुक अब तू ये दूसरी बार है जब तुमने मुझे डराया है कितनी बार कहा है ऐसे मज़ाक ना कर " । पारुल जोर जोर से हसते हुए उल्टी सीधी शक्ल बनाते हुए और तेज़ भागती है । और सेम उसे पीछे जोर जोर से हसते हुए भाग रहा होता है