राजस्थान का प्रतापगढ़ साम्राज्य उस साम्राज्य में अचानक से ऐसा क्या हुआ कि वहां पर से सब लोगों ने घर से निकलना ही बंद कर दिया उस साम्राज्य की महारानी चंद्र ने ऐसा आतंक फैलाया की लोग अपने घर से निकलने में भी डरते थे खास करके उस साम्राज्य के पुरुष और लड़के और वहां के लोग जीने से ज्यादा मरने की दुआ मांगने लगे तो चलिए लिए चलते हैं लगभग 800 साल पहले जब प्रतापगढ़ साम्राज्य में खुशियां ही खुशियां हुआ करती थी इस खुशी को दुगना करने के लिए वहां के राजकुमार दक्ष हर साल एक प्रतियोगिता रखते थे जिसमें कोई भी योद्धा भाग लेकर के शक्तिशाली बन जाता था और उस शक्तिशाली ताबीज को हासिल कर सकता था
अवतार...... एक उनसुझा रहस्य.... - 1
राजस्थान का प्रतापगढ़ साम्राज्य उस साम्राज्य में अचानक से ऐसा क्या हुआ कि वहां पर से सब लोगों ने से निकलना ही बंद कर दियाउस साम्राज्य की महारानी चंद्र ने ऐसा आतंक फैलाया की लोग अपने घर से निकलने में भी डरते थे खास करके उस साम्राज्य के पुरुष और लड़केऔर वहां के लोग जीने से ज्यादा मरने की दुआ मांगने लगेतोचलिए लिए चलते हैं लगभग 800 साल पहले जब प्रतापगढ़ साम्राज्य में खुशियां ही खुशियां हुआ करती थीइस खुशी को दुगना करने के लिए वहां के राजकुमार दक्ष हर साल एक प्रतियोगिता रखते थे जिसमें कोई भी योद्धा ...Read More
अवतार...... एक उनसुझा रहस्य.... - 2
दक्ष उस समय गुस्से में था उसने आव देखा ना ताव देखा उसने चंद्रा पर अपना हाथ उठा दिया को अपना यह अपमान बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने गुस्से मेंकहा कि आखिर हमारी गलती क्या हैयही कि तुम्हें स्त्री हूं और स्त्रियों की इस दुनिया में कोई भी जगह होने नहीं चाहिए तुम स्त्रियों की वजह ही तो हम मर्द कुछ भी नहीं कर पाते हैंमैंने अपनी मां से बचपन में ही सब कुछ बता दिया था कि मैं उनके जैसा ही और मेरी भी ख्वाहिश है उनके जैसी ही है लेकिन उन्होंने मेरी एक भी बात ...Read More
अवतार...... एक उनसुझा रहस्य.... - 3
चंद्रा पूरे महल में इधर-उधर देखती हैं लेकिन उसको कुछ भी दिखाई नहीं देता है फिर चंद्रा को समझ आता है कि यह आकाशवाणी थी और उसक़ो चेतावनी देने की कोशिश कर रही थी चंद्रा को गुस्सा आता है और चंद्रा गुस्से में बोलती है कि "कौन मुझे धोखा देगा???ऐसा करने की हिम्मत इस राज्य में किसकी है जो मुझे धोखा दे सके???जो चंद्रा के सामने आंख उठाकर भी खड़ा हो पाए??"तभी आसमान से फिर एक आवाज आती है"तुम्हारा यह घमंड ही तुम्हें एक दिन ले डूबेगा चंद्रा "और वह आवाज फिर हंसने लगती हैउसकी यह बात सुनकर चंद्रा ...Read More