शापित देवता

(3)
  • 4.3k
  • 0
  • 1.7k

क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ स्थानों पर अजीब सा सन्नाटा क्यों पसरा रहता है? क्यों कुछ गांवों के नाम तक लोग लेने से डरते हैं? क्या कोई ऐसा श्राप सच में हो सकता है जो सदियों से चला आ रहा हो? राजस्थान के मरुस्थल में एक ऐसा ही गाँव बसा है—भटावली। यह कोई साधारण गाँव नहीं, बल्कि एक ऐसा स्थान है जहाँ रात होते ही डर की सिसकियाँ गूंजने लगती हैं। जहाँ अंधेरे में कुछ ऐसा छुपा है जिसे नज़रें नहीं देख पातीं, लेकिन उसकी उपस्थिति हर कोई महसूस कर सकता है। इस गाँव में हर अमावस्या को एक अनहोनी घटती है—कोई गायब हो जाता है, बिना कोई सुराग छोड़े। लोग इसे 'देवता की इच्छा' मानते हैं, लेकिन क्या यह सच में किसी देवता का आशीर्वाद है, या फिर किसी भूले-बिसरे पिशाच का क्रूर श्राप? जब अर्जुन राठौड़, एक तर्कवादी इतिहासकार, इस गाँव में पहुंचता है, तो उसे यह सब अंधविश्वास से ज्यादा कुछ नहीं लगता। लेकिन जल्द ही उसे एहसास होता है कि यह सिर्फ़ कहानियाँ नहीं, बल्कि एक डरावना सच है—एक ऐसा सच जिससे बच पाना नामुमकिन है। अब सवाल यह है कि अर्जुन इस रहस्य से पर्दा उठा पाएगा या फिर वह भी इस श्राप का अगला शिकार बन जाएगा?

1

शापित देवता - 1

शापित देवता परिचय:-क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ स्थानों पर अजीब सा सन्नाटा क्यों पसरा रहता है? क्यों गांवों के नाम तक लोग लेने से डरते हैं? क्या कोई ऐसा श्राप सच में हो सकता है जो सदियों से चला आ रहा हो? राजस्थान के मरुस्थल में एक ऐसा ही गाँव बसा है—भटावली। यह कोई साधारण गाँव नहीं, बल्कि एक ऐसा स्थान है जहाँ रात होते ही डर की सिसकियाँ गूंजने लगती हैं। जहाँ अंधेरे में कुछ ऐसा छुपा है जिसे नज़रें नहीं देख पातीं, लेकिन उसकी उपस्थिति हर कोई महसूस कर सकता है। इस गाँव में हर ...Read More

2

शापित देवता - 2

भाग 1 का संक्षिप्त सारांश:अर्जुन राठौड़, एक तर्कवादी इतिहासकार, भटावली गाँव में आता है, जहाँ सदियों से हर अमावस्या एक व्यक्ति गायब हो जाता है। वह इसे अंधविश्वास मानता है, लेकिन जैसे-जैसे वह गाँव के इतिहास की परतें खोलता है, उसे एहसास होता है कि यह केवल एक कहानी नहीं, बल्कि एक भयानक सच है। गाँव के लोगों का मानना है कि यह श्राप राजा अनिरुद्ध सिंह के अधूरे अनुष्ठान का परिणाम है, जिसने देवता को नाराज़ कर दिया था। अर्जुन ने चेतावनियों को नज़रअंदाज़ करते हुए आधी रात को मंदिर में प्रवेश किया, जहाँ उसे एक अजीब शक्ति ...Read More

3

शापित देवता - 3

भाग 2 का सारांशअर्जुन, जो भटावली गाँव की रहस्यमयी घटनाओं को अंधविश्वास मानकर आया था, अब खुद एक डरावनी का सामना कर रहा था। मंदिर के भीतर उसे किसी अदृश्य शक्ति ने जकड़ लिया, और भयानक छायाएं उसे घेरने लगीं। एक विकृत देवता की आकृति प्रकट हुई, जिसकी तीसरी आँख से रक्त टपक रहा था। अर्जुन ने अपनी पूरी हिम्मत बटोरकर साधु से प्राप्त लोहे की मूर्ति को हवा में लहराया, जिससे मंदिर में भयावह ऊर्जा फैल गई। अचानक, एक ज़ोरदार विस्फोट हुआ और अर्जुन बेहोश होकर गाँव के बाहर फेंक दिया गया। जब उसने होश संभाला, तो गाँव ...Read More