सन,१००९ सत्यगंज राज्य, का जंगल एक व्यक्ति वृक्ष की छाया में आंख मूंद कर लेटा हुआ था।देखने पर ऐसा लगता हैं मानो गहरी निंद्रा में हो ? सर पर पगड़ी और,पुराना सा धोती कुर्ता पहने,कमर पर तलवार अस्त्र,कानो में कुंडल ,पूरा चेहरा कपड़े से लपेटा हुआ था। दिख रही थी तो बस बंद आखें जो किसी की आवाज से खुलने वाली थी और खुल भी गई,,, क्योंकि वृक्ष से बंधा उस व्यक्ति का घोड़ा जोर जोर से हिनहिना रहा था। जैसे उसे किसी का भय हो तभी उस घोड़े को एक चिंता से भरी दयनीय आवाज आती हैं। "घुनमुन,,,अचानक क्या हुआ तुम्हे,,,?शांत हो जाओ,,,भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है,,,हम हैं ना तुम्हारे साथ,,,शांत हो जाओ" वो व्यक्ति अपनी प्रिय घोड़े,,,नही नही,,,प्रिय घोड़ी घुनमून के सर को प्रेम से सहला कर?? शांत करते हुए बोला।
Full Novel
मौत की अजीब काली रात - 1
सन,१००९सत्यगंज राज्य, का जंगलएक व्यक्ति वृक्ष की छाया में आंख मूंद कर लेटा हुआ था।देखने पर ऐसा लगता हैं गहरी निंद्रा में हो सर पर पगड़ी और,पुराना सा धोती कुर्ता पहने,कमर पर तलवार अस्त्र,कानो में कुंडल ,पूरा चेहरा कपड़े से लपेटा हुआ था। दिख रही थी तो बस बंद आखें जो किसी की आवाज से खुलने वाली थी और खुल भी गई,,, क्योंकि वृक्ष से बंधा उस व्यक्ति का घोड़ा जोर जोर से हिनहिना रहा था। जैसे उसे किसी का भय हो तभी उस घोड़े को एक चिंता से भरी दयनीय आवाज आती हैं।"घुनमुन,,,अचानक क्या हुआ तुम्हे,,,?शांत हो जाओ,,,भयभीत ...Read More
मौत की अजीब काली रात - 2
कोशिश करने का नतीजा देख ही चुके थे सब,,, अब आगे,,,,"हमे महाराज को चुचित करना चाहिए,,,बच्ची के प्राण बचाने होंगे,,,इस दुष्ट को रोकना ही होगा,,,अन्यथा राज्य का विनाश होजाएगा" पहले व्यक्ति ने भयभीत होकर कहा।तो दूसरा व्यक्ति भी बोला "हा,,,हमसे बहुत बड़ी भूल हो गई इस पर विश्वास कर के,,,हमने महाराज से भी ये बात छुपाई,,,पर अब देर नही करनी चाहिए,,,मैं अभी उन्हे बुलाकर लाता हु" ये बोल वो व्यक्ति जैसे ही जाने के लिए पलटा।तांत्रिक ने उस पर काला भस्म फुक दिया,,,वो व्यक्ति वही के वही के वही पत्थर की मूरत में तब्दील हो गया।ये देख सब सदमे ...Read More
मौत की अजीब काली रात - 3
उसने शीघ्र ही मानव खंजर पर मंत्र जप कर भस्म फूका और बच्ची की ओर बढ़ने लगा। सब लोग देख कर सहम गए किसी के गले से आवाज़ तक नहीं निकल रही थी। अब आगे,,,,"म,,, म,,महाराज,,,वो,,,वो दुष्ट,,,वो उस बच्ची पर प्रहार करने वाला है,,,उसे रोकिए,,," चौथे व्यक्ति ने हिम्मत कर जोर से चिल्लाकर कहा।"अब कुछ नहीं कर सकते तुम,,,ये खंजर देख रहें हों,,, मानव हड्डी से बना ये खंजर,,, जैसे ही इस बच्ची के शरीर पर घाव करेगा,,,ये बच्ची काल देवता के शरण में समर्पित हो जाएगी,,,कालदेवता इसी स्थान पर विराजमान होंगे,,,और तुम सब मूर्ख,,,सिर्फ देखते रह जाओगे कुछ ...Read More