श्रीji - अनचाहा विवाह बंधन

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दूर दूर तक यह भजन पहुंचकर अपने ओर लोगों को आकर्षित कर रहा था!! मंदिर के रास्ते पर दो बड़े-बड़े काले रंग कि विलायती गाड़ियां रास्ते से गुजर रही थी उसमें बैठे शख्स को भजन कि आवाज ने रुकने पर मजबूर किया और , दोनों गाड़ी में बैठे शख्स महंगें कपड़ों में थे और उसकी मुखमंडल आभा अपनी रौबदार होने कि परिचय दे रही थी ,एक उम्रदराज शख्स ने अपनी गाड़ी रुकवाई और उस भजन का पीछा करते हुए दो गाड़ी से उतरे और वो शख्स मंदिर में प्रवेश किया फिर अपने अपने जूते उतार कर मंदिर के सीढ़ियों में चढ़ा और मंदिर के दरवाजे पर आकर खड़े हुए , फिर वो दोनों शख्स मंत्रमुग्ध होकर भजन के बोल सुनने लगे !!

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श्रीji - अनचाहा विवाह बंधन - 1

श्री गणेशाय नमः बैकुंठपुरा गांव में जहां एक भव्य श्री कृष्ण के मंदिर में भजन कि आवाज पूरे वातावरण शुद्ध और शांति स्थापित कर दिया ओ.. ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान ! मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी मुझको तु पहचान मधुर सुना दो तान.. ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान जब से तुम संग मैंने अपने नैना जोड़ लिये हैं क्या मैया क्या बाबुल सबसे रिश्ते तोड़ लिए हैं तेरे मिलन को व्याकुल हैं ये कबसे मेरे प्राण मधुर सुना ...Read More

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श्रीji - अनचाहा विवाह बंधन - 2

गणेशाय नमः जयपुर शहर में रात दस बज गये थे जब बड़े हुकुम सा राणा विरेन्द्र प्रताप अपने राजभवन ,बड़े हुकुम सा जब अपने बड़े से हॉल में आए तो घर के अन्य लोग भी बैठे थे वो भी चिंतित अवस्था में ।।बड़े हुकुम सा ने अपने बहू बेटा और पोता पोती को परेशान देखकर पूछने लगे ; क्या बात है आप सब परेशान नजर आ रहें हैं और इस हॉल में आप सभी है लेकिन अभय नहीं दिखाई दे रहा है, कहा है अभय ??छोटी बहू नताशा ने खड़े होकर कहा उसके चेहरे पर गुस्सा और नाराजगी के ...Read More