मां एक शब्द नहीं मेरी पूरी दुनिया वही है
जिसकी ममता पाने श्री कृष्ण ने धरती पर जन्म लिया मां वही है।।
बच्चे पे जिसका दिन शुरू बच्चे पे जिसकी रात खतम हो जाती है
बच्चे के हठ पर मां चांद को भी धरती पे ले आती है ।
आंचल के छांव के जिसके पूरा दिन गुजर जाता है
छोटी सी चोट पे भी उसका ही नाम याद आता है ।।
उंगली पकड़कर चलना वो शिखाती है
बच्चे के लिए उसकी पहली गुरु बन जाती है ।।
जिसके बारे मे लिखना शुरू करूं तो पूरी वर्णमाला कम पड़ जाती है
पूरी दुनिया जिसे धरती पर भगवान का दूसरा रूप
और मां बुलाती हैं।।।