नेताजी, तुम भारत के हो अभिमान,
तुमसे रोशन हुआ देश का स्वाभिमान।
हर दिल में जलाया स्वतंत्रता का दीप,
तुमने दिखाया साहस का अद्भुत रूप।
"तुम मुझे खून दो," जो तुमने कहा,
हर युवा ने अपना जीवन तुम्हें दिया।
तुम्हारे शब्दों में थी जो शक्ति महान,
जगा गए हर हृदय में आज़ादी का गान।
दुश्मनों के लिए बन गए एक डरावना नाम,
भारत माता के लिए दिया जीवन का दान।
आजाद हिंद फ़ौज की जो गाथा सुनाएँ,
तुम्हारे साहस को सदा याद दिलाएँ।
तुमने दिखाया लड़ने का वो जोश,
हर भारतीय के दिल में उठी गर्व की लहर।
तुमसे सीखा कि क्या है त्याग,
तुम हो देशभक्ति का अमर प्रकाश।
आज प्रकर्म दिवस पर करें नमन,
तुम्हारे आदर्श बनें हर जीवन।
सतत प्रेरणा के स्रोत हो तुम,
नेताजी, भारत के भाग्य हो तुम।
शत-शत नमन, हे वीर महान,
तुमसे बना है भारत का मान। - ©️ जतिन त्यागी