माना की दिल को जो अजीज होते है,
मगर दिलके वो बहोत करीब होते है।

बसेरा बसा लेते ही वो लोग जहा अपना,
जहा मंजिल एक सपना होता है अपना।


रुद्र राज सिंह

-Rudrarajsinh

Hindi Shayri by Rudrarajsinh : 111751330

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