सर्वप्रथम आप सभी साथियों , लेखकों को हिंदी दिवस की ढेर सारी बधाइयां। हार्दिक शुभकामनाएं🌺💐💐🌺
आज जरूर बताऊँगी कि मुझे किस बात से दुःख पहुँचता है।
मैं जब कहीं भी किसी रचना या कहानी को पढ़ती हूँ तो अर्थ का अनर्थ लिखा मिलता है। अशुद्धियाँ, वर्तनी की गलतियां, चिहृनों का गलत प्रयोग या प्रयोग किया ही नहीं जाना , हिंदी भाषा की रचना में अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग, बेसिर पैर का लेखन , भद्दा, अश्लील लेखन, गालियों, अपशब्दों का प्रयोग, लेखकों के द्वारा किया जाना बहुत दुःखदायी है।
लेखकों का महती दायित्व है अपनी मातृभाषा हिंदी का मान सम्मान, गरिमा बनाए रखें। भाषा का उत्थान करें न कि पतन की ओर धकेलें।
बात बात में अंग्रेजी का प्रयोग न करके , अपनी मातृभाषा का प्रयोग कीजिए।
बस यही मेरा निवेदन है।
@शोभा शर्मा