में नहीं भूला उस शाम, जब कुछ बताने आये थे तुम,
आंखो मे लिये दर्द, कुछ जताने आये थे तुम,
मे नहीं भूला।
मे देख रहा हूं, आज जो तुम रो रहे हो अपने ज़ख्मो पर,
उस दिन कहां थे ये आंसू ,जब किसी ओर को रोते देख रहे थे तुम,
मे नहीं भूला हूं।
मेरा रोग बस यही है, की चाहे तुम हो या कोइ ओर, फरक नही पडता,
'गर बात दिल पर लगी है, तो में नहीं भुला हूं।
में नहीं भूला हूं, में नहीं भूला हूं।