बस एक कदम और
बस एक दम और चलना है ,
अपने मंज़िल की ओर बढ़ना है ,
कुछ तो लोग कहेंगे ......
अपने हौसले को बुलंद रखना है !!
बस एक कदम और चलना है ,
अपने मंज़िल की और चलते जाना है ...
अपने सपनो के साथ कदम से कदम मिलाना है ...
बस एक कदम और चलना है !!
Poetry by • Jill शाह •