जिदगी मे खुशिया टिकती क्यो नही ।
सुना है पाला है गेरौ से रिश्ता
तभी हिचकया अटकती क्यो नही ।
बार बार सोच रहे होंगे ना
हमारे सिवा किसी ओर को तुम्हारी यादे भटकती क्योनही।
तुमने तो साथ छोड दिया था ना
तो ये राह रूकती क्यो नही ।
अंधेरे मे तो हाथ हटा लिया था ना
फिर "छबि " मिटती क्यो नही ।
-छबि पटेल 😇