बता ऐसा क्या करूँ, के हो तुजे मेरे प्यार पर यकीन,
सच कहु तो तुज बिन मे, जैसे जल बिन मीन,
कैसे दिलाऊ यकीन तुजे,के तुजे खुद से ज्यादा चाहता हु,
साबित करने को ये,कभी तो खुद को खुद से आजमाता हु,
एतबार कर मेरा,तुज बिन कोई और नही है ठिकाना मेरा,
चाहे पूरी दुनिया घूम लू,तय है वापस तेरे पास आना मेरा,
हु और सदा रहूंगा संग तेरे,ये एतबार कर ले मेरा,
चाहे मुजे ही ठुकरा दे, पर कुबूल, प्यार कर ले मेरा,,
तू नही तो कुछ नही ने इस जीवन मे,ये बात समज ले तू,
बहोत कुछ में केहता नही,पर उसमे छिपे ज़ज़्बात समझ ले तू-----
वोरा आनंदबाबू,,, "अशांत"...लिखाई की तिथि...
26/01/2019.....