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#मोरल कहानी शीर्षक- “दृढ़ निश्चय” ************************************ रामू अनपढ़ किसान था! बचपन में ही उसके माता पिता का निधन हो गया ! घर की सारी ज़िम्मेदारी उसके कंधों पर आन पड़ी! युवावस्था में ही उसके चाचा ने उसका विवाह कर दिया! उसकी पत्नि भी पढ़ी लिखी न थी ! रामू का एक बेटा था; राजू! रोज़ उसके स्कूल से शिकायत आती, “रामू तुम्हारा बेटा पढ़ने में कतई नालायक है , तुम्हें कितनी बार कहा है कि यदि उसकी पढाई लिखाई पर ध्यान नहीं दे सकते तो उसका दाखिला हटा लो स्कूल से , खुद तो अनपढ़ हो ही, उसका भी जीवन नष्ट कर रहे हो” ! थक गया था रामू यह पंक्तियाँ सुनते सुनते ! इस बार उसका बेटा परीक्षा में फेल हुआ और उसको स्कूल से निकालने का फरमान जारी हो गया ! रामू यह सहन न कर सका ! पर उसने हार भी नहीं मानी और ठान ली कि वो खुद पढ़ेगा और अपने बेटे को भी शिक्षित करेगा ! उसने अपना काम धंधा नहीं छोड़ा, गाँव के रात्रि में खुले विध्यालय में दाखिला लिया ! उसकी परिश्रम और लग्न रंग लाई ! आज रामू पढ़ लिख गया है और अपने बेटे को पढाने लायक भी हो गया है ! खुद उसके बेटे के स्कूल से न्योता आता है, कि आकर प्रिंसिपल को मिले और अपने बेटे को फिर से स्कूल भेजे ! बड़े फक्र से रामू गया और बेटे को वापिस दाखिला कराया ! ****************************** शिक्षा: मन में यदि दृढ़ निश्चय हो तो इन्सान कुछ भी कर सकता है ! डॉ सोनिया ! सर्वाधिकार सुरक्षित !!!
#Loveyoumummy प्रिय माँ, ‘माँ’ तुम मेरे लिए क्या हो, इसको बयाँ करने को शायद मेरे साधारण से शब्द कम पड़ें, पर फिर भी एक कोशिश..... इस संसार में आने से पहले मेरा सबसे प्रथम नाता तुमसे जुड़ गया, मेरे लिए तुम निस्वार्थ प्रेम व ममता का अथाह समन्दर, समस्त संसार, सच्ची शिक्षक, साथी और हिम्मत हो! जैसे पंछी अपने पंख बिन, चाँद अपनी चांदनी बिन, सूर्य अपनी किरणों बिन और मछली जल बिन, ऐसे ही मैं तुम्हारे बिन अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकती! ईश्वर से पहले तुम पूजनीय हो! यही कामना है हर जन्म तुम ही मेरी माँ बनो ! तुम्हारी बेटी सोनिया
#MK GANDHI ******************** सत्य मार्ग पर चलने वाले, देश भक्ति कर्म करने वाले! सादगी व निष्ठा की मूरत, निश्छल,शांत, नीरव सूरत! अहिंसा एकमात्र हथियार, बिन लाठी के किया प्रहार! नयन सजाया एक स्वप्न, रहे देश में चैनो अमन! अंतिम क्षण तक डटे रहे, मर जाएँ पर सर न झुके! गोरों को चकमा दे डाला, आज़ादी का किया उजाला ! खादी,चरखा थे इक सौगात, सोच समझकर करते थे बात! भारत माँ के अनमोल रत्न, देश की खातिर बीता जीवन! बापू सा कोई होगा न दूजा, हर क्षण जिसने भारत को पूजा ! हे राष्ट्र पुत्र, तुम अमर रहोगे, हरिक हृदय में सदा बसोगे !! ************************* डॉ सोनिया / सर्वाधिकार सुरक्षित
#kavyotsv #प्रेम / मुहब्बत ************************************ ‘मुहब्बत’ न होती तो इक ग़ज़ल कौन कहता, कीचड़ के फूल को फिर कमल कौन कहता, प्यार तो इक अनमोल तोहफ़ा है खुदा का, वर्ना पत्थर के महल को ताजमहल कौन कहता | दुनिया कहती है कि क्या रखा है प्यार में, खुद लैला मजनू के बजाती है डंके संसार में, मुहब्बत तो एहसास है दिल की गहराईयों का, इश्क को वर्ना इक अथाह समन्दर कौन कहता | यह तो इक अनमोल सौगात है खुदा की जिसमें छिपी है खुद रज़ा उसी खुदा की, सोचो गर न होती महुब्बत की गलियां यहाँ, इस साधारण सी धरा को “जन्नत” कौन कहता | ‘मुहब्बत’ है इक प्यारा सा, नन्हा सा लफ्ज़, बाँध देता है चुपके से जो दो दिलों की नब्ज़, धर्म, जाति, भाषा के दायरों से कहीं दूर है इश्क, निश्छल न होता तो इसे इक ‘इबादत’ कौन कहता | प्रेम जीवन है, प्रेम समर्पण है, प्रेम एक वरदान, प्रेम शक्ति है, प्रेम भक्ति है, प्रेम तन मन प्राण, पीकर इक विष का प्याला भी जीवित थी मीरा, अन्यथा इस प्रेम को इक अमृत कौन कहता | ********************************* डॉ सोनिया / स्वरचित /सर्वाधिकार सुरक्षित
#महात्मा गाँधी ******************** सत्य मार्ग पर चलने वाले, देश भक्ति कर्म करने वाले! सादगी व निष्ठा की मूरत, निश्छल,शांत, नीरव सूरत! अहिंसा एकमात्र हथियार, बिन लाठी के किया प्रहार! नयन सजाया एक स्वप्न, रहे देश में चैनो अमन! अंतिम क्षण तक डटे रहे, मर जाएँ पर सर न झुके! गोरों को चकमा दे डाला, आज़ादी का किया उजाला ! खादी,चरखा थे इक सौगात, सोच समझकर करते थे बात! भारत माँ के अनमोल रत्न, देश की खातिर बीता जीवन! बापू सा कोई होगा न दूजा, हर क्षण जिसने भारत को पूजा ! हे राष्ट्र पुत्र, तुम अमर रहोगे, हरिक हृदय में सदा बसोगे !! ************************* डॉ सोनिया / सर्वाधिकार सुरक्षित
#100 शब्द कहानी *************** असहाय प्रेम **************** राज अपने ऑफिस की कुलीग पिंकी को बहुत चाहता था, पर कभी अपने दिल की बात कह न पाया! पिंकी एक उदास मासूम सी लड़की, सादे हल्के रंग के कपड़े पहने रखती ! इस बार होली पर राज ने निर्णय लिया कि वो पिंकी को प्रोपोस करेगा! गुलाल लिए मुस्कुराता वह ऑफिस की ओर गया, सामने से पिंकी आते हुए फ़िसलकर गिर गयी, लाल रंग से रंगी, बिन कुछ कहे भाग गयी! तभी एक आवाज आई, “राज,कोई फ़ायदा नहीं झूठे सपनों के पीछे दौड़ने का,पिंकी विधवा है,अगले माह उसके देवर से उसकी शादी है” ! नि:शब्द राज देखता रह गया ! ***************** डॉ सोनिया / स्वरचित//
It's far better to stay alone rather than being left alone by someone ☺ @Dr Sonia
#100 शब्द कहानी *************** असहाय प्रेम **************** राज अपने ऑफिस की कुलीग पिंकी को बहुत चाहता था, पर कभी अपने दिल की बात कह न पाया! पिंकी एक उदास मासूम सी लड़की, सादे हल्के रंग के कपड़े पहने रखती ! इस बार होली पर राज ने निर्णय लिया कि वो पिंकी को प्रोपोस करेगा! गुलाल लिए मुस्कुराता वह ऑफिस की ओर गया, सामने से पिंकी आते हुए फ़िसलकर गिर गयी, लाल रंग से रंगी, बिन कुछ कहे भाग गयी! तभी एक आवाज आई, “राज,कोई फ़ायदा नहीं झूठे सपनों के पीछे दौड़ने का,पिंकी विधवा है,अगले माह उसके देवर से उसकी शादी है” ! नि:शब्द राज देखता रह गया ! ***************** डॉ सोनिया / स्वरचित// २१.७.१८.
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