सरस्वती माता का गीत
अंतरा 1:
वाणी की देवी, ज्ञान की मूरत,
सरस्वती माता, कर दो हम पर कृपा।
पढ़ाई में लगे रहें, बुद्धि में वृद्धि हो,
तेरे चरणों में हम समर्पित जीवन जीएँ।
कोरस:
जय माँ सरस्वती, जय माँ सरस्वती,
ज्ञान की दाता, जग की रौशनी।
जय माँ सरस्वती, जय माँ सरस्वती,
वाणी और विद्या की तुम हो नायिका।
अंतरा 2:
साधक बनाकर करो जीवन सफल,
अज्ञान के अंधकार को तुम दूर भगाओ।
संगीत और कला में हमें निपुण बनाओ,
माँ सरस्वती, हम सब पर अपनी कृपा बनाओ।
कोरस:
जय माँ सरस्वती, जय माँ सरस्वती,
ज्ञान की दाता, जग की रौशनी।
जय माँ सरस्वती, जय माँ सरस्वती,
वाणी और विद्या की तुम हो नायिका।
अंतरा 3:
हाथ में वीणा, कमल पर विराज,
सत्य और विद्या का करती प्रचार।
भक्तों के संकट हर लो तू दूर,
सरस्वती माता, कर दो जीवन सुंदर।
कोरस:
जय माँ सरस्वती, जय माँ सरस्वती,
ज्ञान की दाता, जग की रौशनी।
जय माँ सरस्वती, जय माँ सरस्वती,
वाणी और विद्या की तुम हो नायिका।