Episode 1 : वो पहली नज़र...
शहर की हल्की बारिश में सड़कें चमक रही थीं। आरव को किताबें पढ़ने और कविताएँ लिखने का शौक़ था, पर उस दिन उसकी ज़िंदगी की सबसे खूबसूरत कहानी किताबों में नहीं, हक़ीक़त में शुरू होने वाली थी।
कॉफी शॉप के कोने में बैठा, आरव अपनी डायरी में कुछ लिख रहा था —
> “कभी-कभी सोचता हूँ, क्या किसी दिन मेरी भी कहानी में कोई आएगा, जो अधूरे अल्फ़ाज़ पूरे कर दे…”
तभी दरवाज़ा खुला —
बारिश से भीगी सिया अंदर आई। सफेद छतरी, नीली ड्रेस, और आँखों में चमक जो किसी नई शुरुआत की तरह लग रही थी।
वो सीट ढूंढते हुए आरव के सामने वाली टेबल पर बैठ गई।
थोड़ी देर बाद बिजली चमकी, और कैफ़े की लाइट चली गई। सब थोड़ा परेशान हुए, पर सिया मुस्कुराई —
> “अंधेरा भी कभी-कभी अच्छा लगता है, ना? अपनी ही परछाई से बातें करने का मौका मिलता है।”
आरव ने पहली बार उसकी आवाज़ सुनी — और बस, कुछ पल वहीं थम गया।
वो जवाब नहीं दे सका, बस मुस्कुरा दिया।
फिर दोनों ने एक ही समय पर कहा —
> “कॉफी ब्लैक!”
और दोनों हँस पड़े।
यही हँसी थी जो एक नई कहानी की शुरुआत बन गई।
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अगले दिन, आरव ने अपनी डायरी में लिखा —
> “कल बारिश में किसी का चेहरा देखा था… शायद मेरी ज़िंदगी की सबसे प्यारी कविता।”
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🌧️ To be continued…