दर्द मे भी तुझको बेहन्ताह चाहा है हमने
आंसू छिपाकर तुझको हसाया है हमने
तेरी हर राह मे तेरा हम साया रहे हम
तुझको इस तरह कितनी मंजिल तक लाया हमने
तुझको सब मिल गया जिसकी चाह थी तुझे
मगर अपना सब कुछ खो कर भी कुछ ना पाया हमने
तू चला गया तुझे तो बस जाना था हमे छोड़
मगर तुझको इस दिल से कभी ना भुलाया हमने
बेघर पड़े इस दिले मकां की एक ही चाबी थी तू
तेरे बाद कभी इस दिल से ना ताला हटाया हमने.