तेरी आंखें...
सिर्फ रोशनी ही नहीं मेरे वजूद का आईना है।
तेरी आंखें..एक खामोश दरिया जिसमें उतर कर में खुद को भूल जाती हूं ।
तेरी आंखें..बिना कुछ कहे मेरे दिल की हर पुकार का जवाब देती है
तेरी आंखें..जब भी इनमें देखती हूं तो लगता है किै सारी दुनिया एक तरफ और इसके नजारे एक तरफ
तेरी आंखें .. सिर्फ देखती ही नहीं बल्कि छू लेती है मेरी रूह को जैसे मोहब्बत खुद उतर आई हो इन निगाहों में
❣️❣️
- Soni shakya