ये शाम ढल रही है, और चाँद निकल रहा है,
तुम्हारी यादों में मेरा दिल पिघल रहा है।
हर एक लम्हा तेरी ही धुन में बज रहा है,
लगता है ये इश्क़ मुझपे असर कर रहा है।
तुम सामने नहीं हो, फिर भी दिल मुस्कुरा रहा है,
जैसे कोई सपना आँखों में सच हो रहा है।
ये दूरी है, पर दिल में एक उम्मीद जग रही है,
कि एक दिन तुम आओगे, और ये दूरी मिट जाएगी।
- kajal jha