प्रेम एक ज्वाला है जो जलती रहती है,
हर पल में एक नया रंग भरती है।
यह एक यात्रा है जिसमें मंजिल नहीं है,
फिर भी हम चलते रहते हैं, बिना थके।
प्रेम में दर्द और सुख दोनों होते हैं,
यह एक ऐसा अनुभव है जो हमें बदल देता है।
प्रेम में हम अपने आप को खो देते हैं,
और फिर से पाते हैं, एक नए रूप में।
प्रेम एक ऐसा शब्द है जो सब कुछ कहता है,
फिर भी यह एक ऐसा भाव है जो शब्दों में नहीं बांधा जा सकता।
प्रेम एक जादू है जो हमें मोहित कर देता है,
और हमें एक नए दुनिया में ले जाता है।
- DINESH KUMAR KEER