अबी सरह कुरान की उन आयतों को लिखता था, जो मुहम्मद बोलता था। वह मुहम्मद से अधिक पढ़ालिखा था। वह अक्सर मुहम्मद की रचनाओं को ठीक किया करता था और उन्हें और अच्छे तरीके से लिखने का सुझाव देता था, जिसे मुहम्मद मान लेता था। इससे उसको लगा कि कुरान किसी और दुनिया से नहीं आई है, बल्कि वह मुहम्मद के दिमाग की उपज है। वह वहां से भागकर वापस मक्का चला गया। मक्का में उसने सबको मुहम्मद के कुरान की हकीकत बता दी। जब मुहम्मद ने मक्का पर फतह हासिल की तो उसने लोगों को आश्वासन दिया था कि आत्मसमर्पण करने वाले किसी व्यक्ति को न तो सजा दी जाएगी और न ही उसका जबरन धर्मांतरण कराया जाएगा। बावजूद इसके उसने आदेश दिया कि अबी सरह का सिर कलम कर दिया जाए। हालांकि अबी सरह बच गया।
- Rachel Abraham