मैं उसे देख रही हूं __बड़ी हैरानी से!
जो मुझे भूल गया ___इस क़दर आसानी से !!
खु़द से घबरा के यही__ कहती हूं औरों की तरह!
खौफ़ आता है मुझे __शहर की वीरानी से!!
अब किसी और___ सलीके़ से सताए दुनिया!
दिल बदलने लगा _असबाब-ए- परेशानी से!!
ऐ फ़लक छोड़ दे___ बेयारो मददगार हमें
दम घुटा जाता है ____अब तेरी निगेहबानी से!!
मैं उसे ख़्वाब समझ___ सकती हूं लेकिन अम्बर !
लम्स् जाता नहीं उसका मेरी___ पेशानी से!!
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(Ambareen haseeb)
Ambar
- Umakant