संघ को अपने लिए कुछ नहीं चाहिए, संघ को अपना नाम बड़ा नहीं करना, संघ कि बिलकुल इच्छा नहीं कि भारतवर्ष के भले का कोई श्रेय संघ को मिले। संघ तो कहता है समाज के लिए कार्य हो, सम्पूर्ण समाज खड़ा हो जाये और इतिहास में ये लिखा जाए कि भारत वर्ष में, समाज में ऐसी जाग्रति आई कि उसने सारे विश्व का मार्ग दर्शन करने वाला एक समाज खड़ा कर लिया जिसने अपने देश के परम वैभव कि प्राप्ति करते हुए सारे विश्व को सुख शांति कि राह बताई 🚩