✤┈SuNo ┤_★_🦋
कुछ रिश्ते महज़ ऐसे भी बन जाते हैं
एक ना होकर भी शिद्दत से रिश्ता
निभाते हैं,
कब और कहाँ कैसे प्यार हो जाता है
हम कुछ समझ भी नहीं पाते हैं,
आँखें उन्हीं को देखना चाहती है वो
दिल के इतने करीब आ जाते हैं,
बात न होने पर घबराहट होती है वो
हम पर इस कद्र हावी हो जाते हैं,
धीरे धीरे हक हो जाता है उन पर
और इसलिए थोड़ी नाराजगी भी
जता जाते हैं,
काश पूरी ज़िन्दग़ी के लिए मिले होते
खोने के डर से आँसू भी बहा जाते हैं
हां कुछ रिश्ते ऐसे भी बन जाते है.❤️
╭─❀🥺⊰╯
╨─────────━❥
☞@motivatforself😊°
⎪⎨➛•ज़ख़्मी-ऐ-ज़ुबानी°☜⎬⎪
─━─━✥}}{{✥━──━❥