रोना चाहती हूँ
पर कैसे???
अब तो बहाने भी नहीं हैँ
उनके कंधे पर सर रख कर जी भर कर रोलूँ
यह सिर्फ एक सपना ही रह गया
माना मैं गलत हूँ
यह गलतियां तेह जिंदगी मुझे सोने नहीं देगी
माफ़ करना अये मेरी जिंदगी
तेरे से रूठ कर बहुत दूर जाने के लिए 💔
- SARWAT FATMI