वो कहते हैँ तुम्हे कितनी तकलीफ हैं
और मैं अपने आँशुओ को छुपाये हुए कहती हूँ
तुम्हे पता हैं तकलीफ किसे कहते हैँ
जब बात बहुत हो कहने हो और सुनने को कोई नहीं
हसने को दिल मचलता हो पर साथ देने वाला कोई नहीं
जब खामोश होकर एक जगह बैठ कर पुरे दिन निकाल लेती हूँ
और कोई सवाल करने वाला नहीं
रिश्ते तो बहुत हैँ पर निभाने वाला कोई नहीं
तकलीफ तो बहुत हैँ
पर कही ना कही किसी कोने मे दफ़न जो कर लिया 💔💔
- SARWAT FATMI