तुम्हारे बिना ये शाम भी अधूरी लगती है,
हर पल में तेरी ही कमी सी लगती है…..
चाँद भी जैसे पूछता है तेरा पता,
तुम बिन ये रात भी सूनी सी लगती है...
तुम्हारी हँसी में जैसे मेरा जहाँ बसता है,
तुम्हारे साथ मेरा हर सपना सच सा लगता है...
तेरे बिना दिल को सुकून कहाँ मिलता है,
तुम हो तो ज़िन्दगी का हर रंग नया सा लगता है...
तुमसे ही है मेरी हर ख़ुशी का एहसास,
तुम्हारे साथ ही कटेगा जीवन का हर राह खास...
मेरी धड़कनों में तुम बसे हो इस तरह,
जैसे हो साज़ में राग और दिल में सांसों का आस...
Manshi K