वो कहते हैँ
मंजिल पाकर एक सुकून सा मिला
सब्र का फल मीठा होता हैँ
मैंने मुस्कुरा कर कहा
मीठे फल सिर्फ मेहनत वाले को अच्छी लगती हैँ
अब सुकून से इस मीठे फल को खाओ
के बहुत सिद्दत से मंजिल को पाया हैँ तुमने
खुद को भूल कर,खुद के वजूद को पाया हैँ तुमने
- SARWAT FATMI