वो कहते हैँ वो लम्हा
जो बिताया तेरे संग
जो गुजारा तेरे संग खुशियों के कुछ पल
अक्सर मुझे सुकून दे जाती हैँ
काश....
वो वक़्त रोक लेता जो कभी गुज़ारा था तेरे संग
मोहब्बत आज भी उतनी ही हैँ
पर उस वक़्त समझ जाता
तो आज हर पल मेरी आँखों के सामने होती
फिर ना यादों के बहाने होते और ना लम्हो के
जी लेता जिंदगी तेरे संग
- SARWAT FATMI