कुछ प्यारा सा एहसास
आज एहसास किया मैंने
महफ़िल मे सिर्फ एक आवाज़ सुना हैँ मैंने
के आज महसूस हुआ
के खाश हूँ मैं
के भीड़ मे भी पहचाना हैँ मैंने
तेरी ना होकर भी
तेरी रूह पर हक़ जमा लिया मैंने
बेशक़ तू मेरी किस्मत मे नहीं
पर तेरी हर चीज पर अपनी यादे बना लिया मैंने
- SARWAT FATMI