वो अक्सर कहते हैँ मुझे
बहुत ज़िद्दी हो तुम
बात बात पर नाराज़ हो जाती हो
इतना गुस्सा आता कहाँ से हैँ??
मैं हमेशा हँस कर कहती हूँ
जब मैं तुम्हारे पास नहीं रहूंगी
तो रोते हुए कहोगे
कहाँ चली गयी मेरी ज़िद्द करने वाली
मेरी गुस्सैल
आजाओ
के कोई नहीं हैँ तेरे जैसा ज़िद्दी से चाहने वाला
- SARWAT FATMI