शिकायते उनसे ही करती हूँ
लड़ाई, झगड़े रूठना, मानना
उनसे ही तो करती हूँ
उन्हें लगता हैँ मैं बात बात पर गुस्सा करती हूँ
पर वो नादान इतना नहीं समझते
यह मेरी मोहब्बत ही तो हैँ
कहते हैँ ना के कोई आपसे लड़े, झगड़े शिकायत करे, बात बात पर नाराज़ हो जाए
तो वो आपके साथ दिल से रहना चाहती हैँ
अगर वो चुप हो जाए, तो समझ जाओ के,वो धीरे धीरे मुझसे दूर जा रही हैँ
वक़्त रहते समझना
रिस्तो की गहराईयों को
रोक लेना जाते हुए इंसान को...
- SARWAT FATMI