कभी कभी हम जिनसे बे इन्तहा मोहब्बत करते हैँ
फिर उन्ही से बातें करना कम कर देते हैँ
इसलिए नहीं के मुझे उनसे नफरत हैँ
बस इसलिए बातें कम करते हैँ
क्यों की उन्ही ने महसूस कराया हैँ के आप कुछ भी नहीं हो मेरे लिए...
रातों मे उनके एक अल्फाज़ को तरश जाती हूँ
और उन्हें इन सब बातो से क्या खबर...
कुछ कहने से डरता हैँ दिल
क्यों की बड़ी मुश्किल से पाया है ये दिल
शायद इसलिए वो मुझे ना होने का एहसास दिला जाते हैँ
- SARWAT FATMI