भगवान!
मैंने कभी किसीको दुखी नहीं किया ll
इन्होंने किया वहाँ गया,इन्होंने बताया उसी समय पहले पहोंचा,इन्होंने मेरी गलती ना होने पर भी मुझे डांटा,फिर भी सहन करके सबंध निभाया,इन्होंने कहा उसी जगह पर खिलाया,घुमाया,कई मेहंगी भेट दी ll मैंने कोई ऐसा मौका नहीं दिया ज़ो मेरी गलती निकलकर सामने आये!!!
फिर भी इन्होंका मुँह हमसे हंमेश उखड़ा उखड़ा सा रहा ll
कितना गंभीर आरोप! "तुम तो बहोत अभिमानी हो!तुम तो समझते नहीं!तुममें बुद्धि नहीं!!"
जैसे शब्द बोलकर मुझे कोई भी मौका डांटनेका छोडा नहीं,फिर भी नाता निभाता चला !!
मैं जैसा भी हुँ वो पेहले ऐसा ही था,आज भी वैसा ही हुँ ll मेरे मे कोई बदलाव नहीं ll बदलाव चाहता भी नहीं ll क्यूंकि मेरी जिंदगी मुझे भाती है ll किसी को ना भाये वो दूर होते गये,ज़ो नजदीक हैं,इनको भी ना भाये "दूर हो जाओ ll" मैं कभी भी हमारे अपनों को दूर नहीं करना चाहते ll किसीको मैं अच्छा लगा इनको नमस्कार ll जिनके लिए अच्छा हुँ उनके लिए ह्रदयसे स्वीकार ll
गुडमॉर्निंग,
सब सुखी रहो चाहे दूर हो या पास ll
. - वात्सल्य