तेरी प्रर्थना के सिवाय कोई हल नही
खुद कर सके कोई
सामर्थ्य वह बल नही ।
प्रार्थना भी प्रार्थना से माँगनी होती है
तुही अकेली वही , वही ज्योति है ।।🙏❤

- Ruchi Dixit

Hindi Thought by Ruchi Dixit : 111949086
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