तेरे होठों पर एक ही नाम है
एक अधूरी बात है
तेरे अधूरे शब्द, अधूरी कहानी
बात दो, असली क्या बात है?

अधूरे शब्दों को पूरा करते हैं
तूटे हुए दिल को जुड़ा करते हैं
चलो हम दिल साफ़ कर लें
ना कोई बहस,ना उलझन पैदा करते हैं

तेरे शब्दों में एक ताकत है
मत रोको, उसमें कोई बात है
चलो गलतफहमी को दूर कर दें
हमारी जिंदगी हमारी बात है

अपनी कहानी को पूरा कर दे
अधूरे शब्दों को समझ सकें
प्यार और ईमानदारी से ही
खिलते हुए फूलों की तरह पूरा कर दें
तो,डरो मत
अधूरे शब्दों को पूरा कर दे
तेरे शब्दों में एक कुंजी दिखतीं है
सुखद अंत का एहसास कर लें
- Kaushik Dave

- Kaushik Dave

Hindi Poem by Kaushik Dave : 111949058
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