उस तरफ खामोशियाँ इस तरफ रुस्वाईयां 
इस तरफ हैं हमनवां उस तरफ परछाईयां 
इस तरफ हैं मेहफिलें उस तरफ अनजान हैं 
साये हैं सब तरफ पर देखिये वो बेजान हैं 

इस तरफ हैं दिलों की धड़कनें, उस तरफ सन्नाटे हैं 
इस तरफ हैं हंसी की गूंज, उस तरफ आंसुओं के घाटे हैं 
इस तरफ हैं सपनों की उड़ान, उस तरफ टूटे अरमान हैं 
साये हैं सब तरफ पर देखिये वो बेजान हैं 

इस तरफ हैं उम्मीदों की किरणें, उस तरफ अंधेरों का राज है 
इस तरफ हैं प्यार की बातें, उस तरफ नफरत का साज है 
इस तरफ हैं जीवन की रौनक, उस तरफ वीरान हैं 
साये हैं सब तरफ पर देखिये वो बेजान हैं 

इस तरफ हैं दोस्ती की मिठास, उस तरफ दुश्मनी की तलवारें 
इस तरफ हैं खुशियों के पल, उस तरफ गम के अंधकारें 
इस तरफ हैं जीवन का संगीत, उस तरफ मौन की तान हैं 
साये हैं सब तरफ पर देखिये वो बेजान हैं

Hindi Poem by Review wala : 111947979
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